युवराज ने जीता दिल
टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज युवराज सिंह ने एजबेस्टन में अपनी शानदार बल्लेबाजी के बाद मिली मैन ऑफ द मैच की ट्रॉफी को कैंसर से लड़ रहे लोगों को समर्पित कर सबका दिल जीत लिया। चैंपियंस ट्रॉफी में युवराज ने पाकिस्तान के खिलाफ 32 गेंदों में 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। पिच पर युवी ने बल्ले से तो कमाल किया ही, पर मैदान के बाहर युवी ने कुछ ऐसा किया कि जिससे हर कोई उनका प्रशंसक हो गया।
युवराज ने भारत पाक के मैच के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट कर कहा कि कैंसर सर्वाइवर डे के दिन मेरी पारी सभी हीरोज और सर्वाइवर्स के लिए है।
साथ ही मेरी संवेदनाएं और दुआएं उन सभी ले लिए जो लंदन आतंकी हमले से प्रभावित हैं। साथ ही उन्होंने आतंकी हमले से प्रभावित लोगों के लिए भी प्रार्थना की। युवराज कैंसर की गंभीर बीमारी से पीड़ित रहे हैं। इसके बाद ही उन्होंने कैंसर पीड़ितों की मदद के लिए यूवी कैन नाम की संस्था की शुरुआत की थी।
सबसे ज्यादा मैच अवार्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने
चैम्पियंस ट्राफी में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार पारी खेलने वाले युवराज को मैन ऑफ द मैच अवार्ड मिलने के साथ ही उनके नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गयी। इसके साथ ही युवराज आईसीसी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा मैच अवार्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। युवराज के नाम अब आईसीसी टूर्नामेंट में कुल 9 अवार्ड हो गए हैं। युवराज से पहले अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं। सचिन के नाम कुल 10 मैन ऑफ द मैच अवार्ड दर्ज हैं। इस लिस्ट में विराट तीसरे नंबर पर हैं। उनके नाम आईसीसी टूर्नामेंट में कुल 7 अवार्ड है।
वहीं भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले मैच में अपने पर से दबाव हटाने का श्रेय युवराज को देते हुए कहा कि उसे पूरे प्रवाह में बल्लेबाजी करते देख उन्हें क्लब के बल्लेबाज की तरह महसूस होने लगा । युवराज ने 32 गेंद में 53 रन बनाये जबकि कोहली ने 68 गेंद में 81 रन की पारी खेली ।
कोहली ने कहा ,“ युवराज जिस तरह से गेंद को पीट रहा था, मुझे उसके सामने ऐसा लगा कि मैं कोई क्लब का बल्लेबाज हूं ।” उन्होंने कहा ,“ मैं जब 50 तक पहुंचा तब तक खुलकर खेल नहीं पा रहा था। युवी के आने के बाद उसने मुझ पर से सारा दबाव हटा दिया । वह जिस तरह से खेल रहा था, इस तरह से वही खेल सकता है। उसने यार्कर पर भी चौके लगाये।” उन्होंने कहा ,“ उसने पाकिस्तान को पूरी तरह से दबाव में ला दिया और मुझे भी दूसरे छोर पर जमने का मौका मिला। उसके आउट होने के बाद मैने मोर्चा संभाल लिया। उसकी पारी ने मैच में बदलाव लाया।”