डीयू में है विदेशी भाषा सीखने का अवसर
विदेशी भाषा के जानकारों के लिए संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं। नई भाषा को जानना मजेदार है और दिल्ली यूनिवर्सिटी आपको इसका मौका देती है। डीयू में आपको भाषा सीखने का और उसमें करियर बनाने का भी विकल्प मिलेगा। यूनिवर्सिटी में भाषा (लैंग्वेज) के ऑनर्स कोर्सेज के साथ-साथ कई पार्ट टाइम (कम समय के) भाषा कोर्सेज भी हैं।
डीयू में लैंग्वेज सीखने का बड़ा स्कोप है। लैंग्वेज के ऑनर्स कोर्सेज के साथ यूनिवर्सिटी का जर्मनिक स्टडीज डिपार्टमेंट आपको चार लैंग्वेज में से एक को चुनकर करियर बनाने का मौका देता है। डीयू के इस डिपार्टमेंट की एक अधिकारी बताती हैं कि भाषा के साथ-साथ दूसरे देश के कल्चर और लिटरेचर में दिलचस्पी लेंगे, तो ऑनर्स कोर्स की डिग्री आगे चलकर काफी काम आएगी।
फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन, स्पेनिश ऑनर्स कोर्स
डिपार्टमेंट में चार लैंग्वेज के चार साल के सीबीसीएस बेस्ड बीए ऑनर्स डिग्री कोर्सेज हैं। फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन और स्पैनिश। इन चारों में से कोई एक लैंग्वेज स्टूडेंट्स ऑनर्स प्रोग्राम के लिए चुन सकते हैं। ये कोर्स आपको लैंग्वेज की रीडिंग और राइटिंग स्किल्स, ग्रामर, ट्रांसलेशन के साथ-साथ लैंग्वेज की हिस्ट्री, उस देश के लिटरेचर और कल्चर, सोशल लाइफ से भी रूबरू कराते हैं।
पिछले साल इन चारों कोर्सेज के लिए करीब 1 लाख 30 हजार ऐप्लीकेशन मिली थीं। फ्रेंच नंबर 1 पर था, जिसके लिए 38,689 हजार स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया था। चारों के लिए सिर्फ 39 सीटें हैं। अगर स्टूडेंट तीन साल पढ़ना चाहता है, तो उसे बैचलर्स डिग्री मिलती है और 2 साल में डिप्लोमा। बैचलर्स के बाद स्टूडेंट्स डीयू में ही लैंग्वेज कोर्सेज में पीजी, एमफिल और पीएचडी भी कर सकते हैं। डिपार्टमेंट इन चारों लैंग्वेज के अलावा रोमेनियन और पोटर्युगीज में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या एडवांस्ड कोर्सेज भी कराता है। स्टूडेंट्स साइंस, ह्यूमैनिटीज, कॉमर्स के रेगुलर कोर्स के साथ स्टूडेंट्स लैंग्वेज में पार्ट टाइम कोर्सेज भी कर सकते हैं।
रशियन, पोलिश में डिप्लोमा कोर्सेज
डीयू के स्लवानिक एंड फिनो यूगेरियन स्टडीज डिपार्टमेंट में स्टूडेंट्स रशियन, सरबियन, पोलिश, बुलगेरियन में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, एडवांस्ड डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। इन कोर्सेज के बाद इस डिपार्टमेंट में भी स्टूडेंट्स के पास मास्टर्स, एमफिल और पीएचडी कोर्सेज करने का भी मौका है।
डिपार्टमेंट ऑफ ईस्ट एशियन स्टडीज से स्टूडेंट्स जैपनीज और चाइनीज में भी पार्ट टाइम और डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। इनके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ अफ्रीकन स्टडीज स्वाहिली लैंग्वेज में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स करता है। बौद्धिस्ट स्टडीज डिपार्टमेंट पाली और तिब्बतन लैंग्वेज में डिप्लोमा और अरैबिक डिपार्टमेंट मॉडर्न अरैबिक में एडवांस्ड डिप्लोमा करवाता है।
यहां हैं पार्ट टाइम कोर्स
नॉर्थ कैंपस में कमला नेहरू कॉलेज, दौलतराम कॉलेज, एसजीबीटी खालसा, सेंट स्टीफंस, मिरांडा, केशव महाविद्यालय में जर्मन, फ्रेंच, स्पैनिश और इटैलियन के डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स पढ़ाए जाते हैं। साउथ कैंपस के कई कॉलेजों में जर्मन, फ्रेंच, स्पैनिश के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस्ड डिप्लोमा कोर्स पढ़ाए जाते हैं। इनमें भारती कॉलेज, गार्गी, जीसस एंड मैरी, श्री वेंकटेश्वर, दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, आचार्य नरेंद्र देव शामिल हैं। सेंट स्टीफंस कॉलेज में फ्रेंच, जर्मन, स्पैनिश, इटैलियन, चाइनीज, जैपनीज, पर्शियन, अरबी, उर्दू पढ़ाई जाती है। इसी तरह रामजस कॉलेज फ्रेंच, जर्मन, स्पैनिश, इटैलियन के अलावा जैपनीज और चाइनीज में भी पार्ट टाइम कोर्स पढ़ाता है। डीयू के बाकी कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स भी इन कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। कॉलेजों के कोर्स ये कोर्सेज डीयू के अलग-अलग लैंग्वेज डिपार्टमेंट से जुड़े हैं।
क्या है योग्यता
फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन और स्पैनिश में ऑनर्स कोर्सेज के लिए 12वीं में कम से कम 45 फीसदी होने चाहिए। चयन मेरिट पर यानी कटऑफ के हिसाब से होगा। बेस्ट फोर में एक लैंग्वेंज और तीन इलेक्टिव सब्जेक्ट्स चुनने होंगे। इलेक्टिव में जर्मन, फ्रेंच, इटैलियन, पर्शियन, स्पैनिश भी शामिल हैं।
किसी भी लैंग्वेज कोर्स में ऑनर्स में एडमिशन के लिए उन स्टूडेंट्स को 2 फीसदी का लाभ दिया जाएगा जिन्होंने बेस्ट फोर में उस सब्जेक्ट को इलेक्टिव लैंग्वेज के तौर पर 12वीं में पढ़ा है।
जिन्होंने क्वॉलिफाइंग एग्जाम में लैंग्वेज नहीं पढ़ा है मगर वह ऑनर्स उस लैंग्वेज में चाह रहा है (हिंदी और इंग्लिश की जगह) उनके 5 पर्सेंट मार्क्स काटे जाएंगे।