लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए। लक्षित आयु वर्ग के जिन लोगों ने अभी तक कोविड टीकाकरण की खुराक नहीं ली है, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जाए।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग, निराश्रित और वृद्धजनों से संपर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। इस कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ग्राम प्रधानों व पार्षदों का सहयोग लें। मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में गुरुवार को कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 16 जिलों में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज संचालित किए जाएंगे। पीपीपी मोड पर इन जिलों में मेडिकल कॉलेजों के संचालन में ज्यादा से ज्यादा लोग आवेदन कर सकें, इसके लिए नियमों का सरलीकरण किया जाए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सालों बाद प्रदेश में पांच हजार नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग इन सभी केंद्रों पर चिकित्सीय उपकरण, प्रशिक्षित चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करे। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन सभी सरकारी अस्पतालों में समस्त आवश्यक दवाओं की आपूर्ति करें।
बैठक में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के छह नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में सात व्यक्तियों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया।
वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 91 है। फिलहाल प्रदेश के 44 जिलों में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 1.35 लाख कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में आठ करोड़ 68 लाख 75 हजार 102 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।