Neeraj Chopra: भारत के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास | Nation One
टोक्यो ओलंपिक के 16वां दिन भारत के लिेए बेहद शानदार रहा भाला फेंक प्रतियोगिता में भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीत लिया है. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का है.
भारत का ओलंपिक एथलेटिक्स में ये पहला गोल्ड मेडल है.
आपको बता दें कि भारत ने 13 साल के सूखे के बाद ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता है। बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहली बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने किया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नीरज चोपड़ा को ट्वीट कर दी बधाई।
नीरज चोपड़ा, अभिनव बिंद्रा के दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा कर दिखाया है. नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.03 मीटर दूर भाला फेंका था।
दूसरी ओर जर्मनी के जोहानस वेटर (Johannes Vetter) ने अपने पहले प्रयास में 82.52 मीटर का थ्रो किया था। वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पहले प्रयास में भाला 82.40 मीटर थ्रो फेंका था।
दूसरे प्रयास में भी नीरज ने कमाल किया और उन्होंने दूसरे प्रयास में 87.58 मी. दूर भाला पेंका है। तीसरे प्रयास में नीरज ने 76.79 मी. दूर भाला फेंका है. तीनों प्रयास के बाद भारत के नीरज चोपड़ा टॉप पर रहे. पाकिस्तान के नदीम चौथे स्थान पर हैं. नीरज चोपड़ा का चौथा थ्रो फाउल रहा है।
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) का जन्म हरियाणा के पानीपत में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक पूरी पढ़ाई चंडीगढ़ में पूरी की. नीरज चोपड़ा इंडियन आर्मी के जेसीओ हैं।
नीरज ने अपना पहला मेडल साल 2016 में पोलैंड में जीता था, बड़ी बात ये है कि नीरज चोप़ा एक किसान के बेटे हैं।
नीरज चोपड़ा ने इससे पहले साल 2018 एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। एशियन गेम्स में जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा पहले भारतीय हैं. हाल ही में साल 2018 में नीरज कंधे की चोट का शिकार हुए थे. इसके बाद भी साल 2021 में इंडियन ग्रांड प्री में उन्होंने नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था।