सुप्रीम कोर्ट की फटकार लगने के बाद योगी सरकार ने कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को दोबारा इस फैसले पर विचार करने को कहा था जिसके बाद आज योगी सरकार ने फैसला लेते हुए निर्देश दिए हैं इस साल भी कावड़ यात्रा नहीं होगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जुलाई को 25 जुलाई को होने वाली कावड़ यात्रा करने की मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही योगी ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए केंद्र और यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा था।
आपको बता दें कि पिछले साल भी कोरोना को मद्देनजर रखते हुए कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी गई थी ,हालांकि सरकार ने कांवड संघों से बातचीत के बाद इस साल भी कावड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है।
फिलहाल कोरोना महामारी के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल से दूसरे राज्यों से बातचीत करने के आदेश दिए हैं।
यूपी सरकार इस साल कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहती और प्रोटोकॉल के तहत कावड़ यात्रा निकाली जाने की तैयारी कर रही थी लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा बाहर से आने वाले कांवड़ियों के उत्तराखंड में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
उत्तराखंड में पहले ही कांवड यात्रा पर रोक लगा दी गई है।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 13 जुलाई को कावड़ यात्रा स्थगित करने के आदेश दिए थे। इस आदेश से साफ होता है
कि कोई भी कावड़िया उत्तराखंड में प्रवेश नहीं कर सकता, अगर कोई प्रवेश करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज होगी और साथ ही उसको 14 दिन के लिए क्वारंटाइन होना होगा तथा कावड़ियों के वाहन को जब्त कर लिया जाएगा।