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वैक्सीन भी नहीं लगी और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी हो गया जारी, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य जोरो पर चल रहा है। वहीं इसी क्रम में उत्तराखंड की तीरथ सरकार भी राज्यवासियों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं कर रही है। वहीं वैक्सीनेशन अभियान में गति लाने के लिए पेड वैक्सीनेशन भी इसी का एक हिस्सा है। जिसके जरिए लोग समय की बचत और आसानी से वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट उपलब्ध हो जाता है।
इसी कड़ी में देहरादून के मैक्स अस्पताल द्वारा लगाए गए वैक्सीनेशन कैंप से एक अनियमितता का मामला सामने आया है। जहां बीते दिन ओवर रेटिंग का मामला सामने आया था। वहीं अब, किसी और व्यक्ति द्वारा वैक्सीन के लिए बुक किए गए स्लॉट पर किसी और को वैक्सीन लगाने का मामला प्रकाश में आया है।
बता दें कि देहरादून के रहने वाले रजनीश कुमार ने 4 जून को मैक्स हॉस्पिटल द्वारा लगाए गए पेड वैक्सीनेशन कैंप में स्लॉट बुक कराया था, लेकिन वे किसी कारणवश वैक्सीन लगाने नहीं जा पाए। जब उन्होंने बुक किए गए स्लॉट को रीशेड्यूल करना चाहा तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर किसी और को वैक्सीन लगा दी गई है।
साथ ही उसका सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है। ऐसे में अब वह दोबारा वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगा सकते हैं क्योंकि कोविन पोर्टल के अनुसार उनको वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।
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वहीं इस मामले में रजनीश कुमार ने बताया मैक्स हॉस्पिटल द्वारा देहरादून के दून क्लब में लगाए गए वैक्सीनेशन कैंप में स्लॉट बुक कराया था। मगर उनकी जगह किसी और को ही वैक्सीन लगा दी गई है। यही नहीं जब इस बाबत रजनीश ने मैक्स हॉस्पिटल के अधिकारियों से बातचीत करनी चाहिए तो उन्होंने इसके लिए रजनीश को अस्पताल बुलाया। जिस पर रजनीश ने मैक्स अस्पताल जाने से मना कर दिया।
उन्होंने अपनी समस्या के समाधान के लिए कोविड कंट्रोल रूम, डीएम आफिस, सीएम हेल्पलाइन समेत अन्य संबंधित नंबरों पर फोन भी किया। मगर उन्हें कहीं से भी कोई खास रिस्पांस नहीं मिला।
रजनीश बताते हैं कि उन्होंने देहरादून सीएमओ को जब इस बारे में जानकारी देने के लिए फोन किया तो उन्होंने फोन तक उठाने की जहमत नहीं उठाई। फिर उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 1075 पर भी कॉल किया, लेकिन उस नंबर पर किसी से संपर्क नहीं हो पाया।
रजनीश ने बताया कि उन्हें लगता है कि उनके द्वारा बुक किए गए स्लॉट पर मैक्स अस्पताल के कर्मचारियों ने किसी और व्यक्ति से ज्यादा पैसे लेकर उसे वैक्सीन लगा दी है। जिसके चलते अब उन्हें वैक्सीन नहीं लगेगी, क्योंकि सरकारी कागजों के हिसाब से उन्हें वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।
वहीं अपनी सफाई में मैक्स अस्पताल देहरादून के प्रवक्ता के अनुसार शासन के दिशा-निर्देशों के तहत निर्धारित केंद्र पर निष्पक्ष तरीके से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
जब एक लाभार्थी कोविड पोर्टल पर पंजीकरण करता है और टीकाकरण के लिए एक नियुक्ति प्राप्त करता है, तो सिस्टम एक ओटीपी उत्पन्न करता है, जिसे टीकाकरण से पहले साझा किया जाता है। हमने साथ में एक मैन्युअल डेटा प्रविष्टि भी बनाए हुए हैं। यह मामला हमारे सामने लाया गया है और हम इसकी जांच कर जल्दी से जल्दी इसका समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं।