देहरादून : राजधानी दिल्ली में पोस्टर विवाद के बढ़ने के बाद जहां एक तरफ 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था तो वहीं अब यहीं पोस्टर वाला मामला अब उत्तराखंड में भी पहुंच गया है।
आपकों बता दें कि उत्तराखंड कांग्रेस ने अपने मुख्यालय के बाहर पीएम मोदी से पूछे गए सवाल का पोस्टर लगाया है। पोस्टर में कहा गया है कि मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी।
बता दें कि देशभर में वैक्सीन की भारी कमी हो रही है। जिसको लेकर काफी सियासत भी हो रही है। बता दें कि यह पोस्टर सोशल मीडिया में काफी शेयर किया जा रहा है।
वहीं देश में वैक्सीन की भारी किल्लत के बाद कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया। जिसके बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस ने भी अपने मुख्यालय के बाहर यह पोस्टर लगाए है।
वहीं आपको बता दें कि इस मामले में लगातार हुई गिरफ्तारियों के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है, याचिका में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन की देश में कमी होने के बावजूद विदेशों को भेजने पर पीएम मोदी से सवाल करते हुए पोस्टर लगाना कोई अपराध नहीं है।
प्रदीप कुमार यादव नाम के वकील की ओर से दायर इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई है कि वो दिल्ली में इस मामले से जुड़ी सभी एफआईआर रद्द करने का आदेश दे और पुलिस को कार्रवाई करने से रोके।
प्रदीप कुमार यादव ने याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट खुद ये कह चुका है कि अभिव्यक्ति की आजादी को किसी नागरिक से छीना नहीं जा सकता है। ऐसे में अगर कोई सरकार की कोरोना टीकाकरण नीति पर सवाल उठाता है तो उसके एक अपराधी की तरह से सुलूक नहीं किया जा सकता है।
पोस्टर लगा देने पर दिल्ली पुलिस ने एक ही दिन में 24 एफआईआर की और 25 गिरफ्तारियां की हैं। इन पर सुप्रीम कोर्ट इस पर दिल्ली पुलिस को तलब करे और दर्ज एफआईआर रद्द की जाए।