कोरोना महामारी के खात्मे के लिए हिमालय की जड़ी बूटियों से किया गया हवन यज्ञ | Nation One
धर्मनगरी हरिद्वार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। महाकुंभ मेले में आये लगभग 70 से ज्यादा साधु संत भी कोरोना संक्रमित हो गए है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साधु संतों से अपील की है कि वह कुंभ को प्रतीकात्मक रूप से मनाएं।
साधु संतों द्वारा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का समर्थन किया जा रहा है, तो वहीं कोरोना महामारी के खात्मे के लिए साधु संत हवन यज्ञ कर रहे हैं। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े में गौतम गिरी हिमालय योगी बाबा और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर भवानी मां ने कोरोना मुक्ति की कामना लेकर हिमालय के जंगलों की जड़ी बूटियों के द्वारा हवन यज्ञ किया।
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर भवानी माँ ने कहा कि इस समय हमारा देश एक बहुत भयंकर कोरोना महामारी से जूझ रहा हैं। किन्नर अखाड़ा महाकुंभ मेले में शुरू से यही उपदेश देता आ रहा है कि दो गज की दूरी मास्क है जरूरी।
इसलिए इस बीमारी से मुक्त होने के लिए यज्ञ और हवन का आयोजन उन्होंने किया है। क्योंकि हमारा शास्त्र कहता है कि यज्ञ में आहूत की गई जड़ीबूटियों से वातावरण शुद्ध होता है। निश्चित रूप से इससे निकलने वाली तरंगे कोरोना के प्रभाव को कम करेंगी उनकी यही कामना है कि कोरोना बीमारी से पूरा देश ही नही पूरा विश्व जल्द ही मुक्त हो सके।
वहीं जूना अखाड़े के हिमालय योगी गौतम गिरी बाबा का कहना है जड़ी बूटियों को हिमालय के जंगलों से इकट्ठा करके हवन यज्ञ कर रहे है ताकि देश-विदेश में कोरोना की समाप्ति हो और देश मे सुख शांति समृद्धि आये।
हवन यज्ञ से निकली वाइब्रेशन फीलिंग से पर्यावरण शुद्ध होता है। इन्होंने बताया कि जैसे प्राचीन काल मे जब कोई बीमारी फैल जाती थी तो हमारे साधु संत महात्मा हवन यज्ञ किया करते थे। आज इस बीमारी से मुक्ति के लिए हवन यज्ञ प्रारंभ किया है।
कोरोना का प्रकोप पूरे देश में बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिद्वार कुंभ को प्रतीकात्मक रूप से करने की अपील की है तो वहीं साधु संतों द्वारा इस महामारी के खात्मे के लिए हवन और यज्ञ किया जा रहा है, जिससे पूरे विश्व से कोरोना महामारी का खात्मा हो सके।
रिपोर्ट : वंदना गुप्ता