
कोविड-19 : एक बार फिर ढाया कहर, 24 घंटे में 16 हजार मामले आए सामने, 113 मौतें | Nation One
लखनऊ : भारत में कोरोना महामारी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) अपने पांव पसार रही हैं। बीते 24 घंटे में 16, 838 नए मामले सामने आए हैं। जिसमे से 113 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में पिछले 24 घंटों में 13,819 लोग इस जानलेवा वायरस की गिरफ्त से बाहर निकले हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव 1,76,319 हो गए हैं। बीते कुछ दिनों से देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही हैं।
जानकारी के मुताबिक भारत में अब तक कोविड-19 के 1,11,73,761 मामले सामने आ चुके हैं और मौत का आंकड़ा 1,57,548 पहु्ंच गया है। हालांकि, इन सबके के बीच सबसे अच्छी बात ये है कि अब तक देश में लगभग 1,08,39,894 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
इस बीच भारत में तेजी से कोरोना टीकाकरण भी हो रहा है। अब सरकारी ही नहीं प्राइवेट अस्पतालों में 24 घंटे वैक्सीनेशन की सुविधा दी जा चुकी है। अब तक लगभग 1,80,05,503 लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है।
कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक ओर तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर कोरोना संक्रमितों की जांच में भी तेजी लाई जा रही है। 4 मार्च तक 21,99,40,742 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। ऐसे में अगर बीते 24 घंटों की बात करें, तो 7,61,834 सैंपल टेस्ट किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक अब अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों की जांच की गई है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक में कोरोना संक्रमण के नए मामले तेजी से अपने पांव पसार रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केंद्र उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगातार संपर्क में है और जानकारी ले रहा है, जहां इस महामारी के मामलों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, इस बीच अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है।
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया के प्रभावित होने के बावजूद चालू वित्त वर्ष के शुरुआती नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर, 2020) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 22 फीसद बढ़ा है।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि में कुल एफडीआइ 67.54 अरब डॉलर रहा। वहीं अगर पिछले वित्त वर्ष की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने समान अवधि में भारत में 55.14 अरब डॉलर लगाए थे।