जय हिंद नेशनल पार्टी- जेएनपी इंडिया, के रिसर्च टीम ने यूपी के विभिन्न मापदंडों जैसे जनसंख्या, गरीबी, शिक्षा, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून और व्यवस्था, आदि पर सांख्यिकीय विश्लेषण पर काम किया है और पाया है कि ये स्थिति एक साल में बिगड़ी नहीं बल्कि कई वर्षों से कोई काम नहीं हुआ है।
इन सभी मापदंडों को राज्य में विभिन्न सत्तारूढ़ सरकार द्वारा बुरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया और इसके परिणामस्वरूप स्थिति काफी गंभीर हो गई है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव का मानना है कि यूपी की संभावनाओं और साख को बुरी तरह से नजरअंदाज किया गया और इसका दुरुपयोग किया गया और इसकी वजह से यूपी एक गरीब राज्य बन गया, बजाय इसके कि यह सबसे अमीर राज्य हो। पार्टी का मानना है कि “यूपी जैसा बड़ा राज्य, अवसरों का सबसे बड़ा स्त्रोत होना चाहिए”, जो अब तक नहीं हो सका है।
नाम को पुनर्जीवित करने और यूपी को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए, यूपी को निश्र्चित रूप से जेएनपी इंडिया के नाम पर एक सकारात्मक वैकल्पिक सरकार की आवश्यकता है, जो शिक्षित, प्रतिबद्ध हो और उत्तर प्रदेश के लोगों को स्थायी सामाधान दे सके। यूपी के लोगों को राज्य के पुनरुद्धार और विकास के लिए अपने मिशन पर जेएनपी इंडिया का समर्थन करना चाहिए।
जेएनपी इंडिया यूपी के लोगों को उनके मूल अधिकारों के बारे में जागरूक करना चाहती है और उन्हें विभिन्न आँकड़ों के बारे में भी बताती है जो यूपी के लिए सही नहीं हैं। यूपी में स्थितियों को सुधारने के लिए सभी को आगे आना होगा।
जेएनपी इंडिया ने सभी संबंधितों से जवाब मांगा :
जनसंख्या : 23.78 करोड, यूपी जनसंख्या में नंबर 1 पर है।
गरीबी : यूपी भारत का 5वां सबसे गरीब राज्य है। अभी भी, 7 करोड़ से अधिक लोग (बीपीएल) गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। इतना बड़ा राज्य लेकिन फिर भी समृद्धी नहीं।
शिक्षा : यूपी शिक्षा की गुणवत्ता में 22वें स्थान पर है। अभी भी यूपी में 7 करोड़ से अधिक लोग निरक्षर हैं।
भ्रष्टाचार : उत्तर प्रदेश भारत का तीसरा सबसे भ्रष्ट राज्य है।
न्यायपालिका : भारत के विभिन्न न्यायालयों में उच्चतम लंबित मामले (61.58 लाख) उत्तर प्रदेश से है।
कानून व्यवस्था : यूपी में अपराध दर हमेशा बहुत अधिक रही है।
नौकरियां : यूपी में बेरोजगारी दर बहुत अधिक है। नौकरी के अवसर नहीं। 34 लाख शिक्षित युवा बेरोजगार हैं।
प्रवासन दर : यूपी से प्रवासन दर बहुत अधिक है। क्यों हमें नौकरी पाने के लिए अपना राज्य छोड़ना पड़ता है।