हरीश रावत ने हरिद्वार कुंभ के लिए बजट आवंटन की मांग को लेकर रखा मौन उपवास-nation one
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत हरिद्वार पहुचें. हरीश रावत ने केंद्र सरकार द्वारा कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए राज्य सरकार को उज्जैन और प्रयाग कुम्भ से कम बजट उपलब्ध कराने को लेकर और केंद्र सरकार और राज्य सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए माँ गंगा से एक घंटा मौन साधना कर प्रार्थना की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के तंज पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री पर अपने चिरपरिचित अंदाज में कुम्भ कार्यो के नाम पर कुम्भ क्षेत्र में कुछ रंग रोगई कुछ खुदाई कुछ ठुकाई और माल बनाई करने के आरोप लगाए.
वीआईपी घाट पर मौन साधना करने पहुचे हरीश रावत का कहना है कि कई मुद्दे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उठाता रहता हूं और मेरे द्वारा कुम्भ को लेकर सरकार को आगाह किया गया है कुंभ के लिए सरकार द्वारा जो गंभीरता दिखाई जानी चाहिए थी वह नहीं दिखाई गई है. कुंभ क्षेत्र की उपेक्षा राज्य सरकार द्वारा की जा रही है.. कुंभ क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया जा रहा है.
मेरे द्वारा अर्ध कुम्भ में कराए गए अनेक कार्य अभी भी दिखाई दे रहे हैं और वर्तमान समय में महाकुंभ के कार्य के जरिए हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है. वही हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रयाग और उज्जैन कुंभ के लिए केंद्र सरकार द्वारा जो सहायता राशि दी गई थी उससे बहुत कम सहायता राशि सरकार द्वारा हरिद्वार कुम्भ के लिए दी गई है इन सब मुद्दों की वजह से मेरे द्वारा मां गंगा के तट पर मौन साधना की जा रही है.
वही सूबे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर पलट वार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि मुझे जो प्रायश्चित करना था मैंने वह प्रायश्चित पहले ही कर लिया है मेरे द्वारा उत्तराखंड की सोई पड़ी सरकार को कानों में तेल डालकर जगाने का प्रयास किया गया है.
गंगा के अध्यादेश को बदलने के लिए भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था लेकिन उनके द्वारा गंगा को लेकर अध्यादेश नहीं बदला गया तब मेरे द्वारा किए गए प्रयासों के बाद ही गंगा स्कैप चैनल का अध्यादेश निरस्त हुआ है.