वन विभाग ढेला के रेंज वन क्षेत्रधिकारी ने ईडीसी की कुछ बेरोजगार महिलाओं के साथ रोजगार देने के नाम पे धोखा दिया हैं। आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व ग्राम सवालदे की ईडीसी से कुछ बेराजगार महिलाओं को वन विभाग के ढेला रेंज वन क्षेत्राधिकारी ने विभागीय कार्य जैसे साफ सफाई, झाड़ियो का कटान आदि को स्थानीय महिलाओं से करवाने का अस्वाशन दिया था। ये कार्य स्थानीय महिलाओ को ना देकर किसी निजी रिशोर्ट के मैनेजर को दे दिया हैं जो कि ऋषिकेस का रहने वाला बताया जा रहा है। उसकी लेबर को काम दे दिया।
इस बात का पता तब चला जब बाहर के लोगों को काम करते हुए ग्रामीण महिलाओं ने देखा। स्थानीय बेरोजगार महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहूँच गया और कार्बेट टाइगर रिजर्व के डारेक्टर के ऑफिस पहूँच गयी। कॉर्बेट डारेक्टर राहुल वर्मा ने नियमानुसार कार्य किया जायेगा व कार्यवाही भी जायेगी। का आश्वासन देकर वापस भेज दिया।
पूरा देश जहाँ आज कोरोना महामारी के चलते बेरोजगारी की मार झेल रहा हैं वही वन विभाग क्षेत्रीय ग्रामीणों का रोजगार भी छीन कर बाहर के ठेकेदारों को दे रहे हैं। ऐसे में वन विभाग से क्षेत्रीय जनता को जो रोजगार की उमीदें थी उसको भी वन विभाग पलीता लगाता नजर आ रहा है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार वनक्षेत्राधिकारी ने निजी रिशोर्ट के मेनेजर से साठगांठ कर ये कार्य मैनेजर को दिया हैं। डारेक्टर राहूल ने बताया कि जो भी विभागीय कार्य होगा वो नियमानुसार विभागीय गाइड लाइन के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा और नियमोँ को ध्यान में रखकर उचित कार्यवाही की जायेगी।
वही इस कार्य में वन विभाग के दो अधिकारी अलग- अलग बयान देकर स्थानीय लोगो को बेवकूफ बनाकर उनकी भावनाओं ओर रोजगार के साथ खिलवाड़ कर रहे है।