रास सीट के लिए भाजपा के नरेश बंसल का निर्विरोध चुना जाना तय | Nation One
देहरादून : राज्यसभा की एक सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नरेश बंसल का निर्विरोध चुना जाना तय है. एक ही उम्मीदवार होने की वजह से दो नवंबर को नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है.
मंगलवार को बंसल ने विधानसभा स्थित रिटर्निंग आफिसर कार्यालय में अपना नामांकन-पत्र दाखिल किया था. उनकी ओर से नामांकन-पत्र के चार सेट दाखिल किए गए हैं. बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और दो नवंबर को तीन बजे तक नाम वापस लिया जा सकेगा.
भाजपा की ओर से नरेश बंसल को राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाए जाने के बाद मंगलवार को दोपहर पौने दो बजे नरेश बंसल पार्टी के कई मंत्री और विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे.सबसे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मुलाकात की. कुछ देर बैठक के बाद वे, सीएम त्रिवेंद्र, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत सहित कई नेताओं के साथ विधानसभा स्थित रिटर्निंग ऑफीसर कार्यालय पहुंचे और एक बजकर पचास मिनट पर उनकी ओर से नामांकन दाखिल किया गया.
भाजपा प्रत्याशी नरेश बंसल की ओर से दाखिल किए गए नामांकन के चार सेट पर कुल 28 विधायकों की ओर से प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षर किए गए थे लेकिन, सभी विधायक रिटर्निंग ऑफीसर के कार्यालय में मौजूद नहीं थे. इसे देखते हुए विधानसभा में मौजूद विधायकों के हस्ताक्षर के रिकार्ड से नामांकन पत्र में किए गए विधायकों के हस्ताक्षरों को मिलाया गया. रिटर्निंग ऑफीसर ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से यह इजाजत मिली थी.
नामांकन के बाद नरेश बंसल ने विधानसभा स्थित कार्यालय में विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात की. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने मिठाई खिलाकर बंसल को शुभकामनाएं दी. अग्रवाल ने कहा कि नरेश बंसल ने विभिन्न दायित्वों पर रहकर संगठन को मजबूत करने में अपना योगदान दिया.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि, एक ही नामांकन की वजह से नरेश बंसल का राज्यसभा जाना तय है. लम्बे समय तक पार्टी की सेवा की बदौलत उन्हें आज यह मुकाम हासिल हुआ है. उनका परिवार बहुत गरीब था. अखबार की थैलियां बेचकर उन्होंने अपने परिवार को पाला. बाल्यकाल से ही वे संघ से जुड़ गए थे और उनके संषर्घ और धैर्य का परिणाम है कि पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया.
भाजपा प्रत्याशी नरेश बंसल ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया. कहा कि, सभी लोगों के सहयोग की वजह से यह संभव हो पाया.