
यूपी में स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से पीएम ने की बातचीत बोले- सभी खुश और आश्चर्य भी | Nation One
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री सड़क विक्रेता से आत्मानिर्भर निधि योजना (पीएम स्वनिधि योजना) के लाभार्थियों के साथ बातचीत की. इसके बाद अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि मैंने स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से संवाद करते हुए ये अनुभव किया कि सभी को खुशी भी है और आश्चर्य भी है. पहले तो नौकरी वालों को लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने होते थे, गरीब आदमी तो बैंक के भीतर जाने का भी नहीं सोच सकता था लेकिन, आज बैंक खुद आ रहा है.
उन्होंने बैंक कर्मियों को धन्यवाद दिया और उनके काम की सराहना की. पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह की योजना आजादी के बाद पहली बार बनी है. मेरे गरीब भाई बहनों को कैसे कम से कम तकलीफ उठानी पड़े, सरकार के सभी प्रयासों के केंद्र में यही चिंता थी. इसी सोच के साथ देश ने 1 लाख 70 हजार करोड़ से गरीब कल्याण योजना शुरू की.
आगरा की महिला प्रीति को पीएम मोदी से सबसे पहले बात करने का मौका मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रीति से बातचीत में पूछा कि, योजना के तहत किस तरह से लाभ मिला है. प्रीति ने बताया कि व्यापार पूरी तरह से खत्म हो गया था, 10000 रुपये का ऋण मिलने के बाद दुबारा काम शुरू किया.
प्रीति ने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को डूबते को तिनके का सहारा बताया. बताया कि लॉकडाउन से पूर्व सब्जी की ठेला लगाती थीं लेकिन, काम ठप हो गया था. नगर निगम से सम्पर्क कर ऋण लिया. इसके बाद फल का ठेला लगाया. प्रधानमंत्री ने पूछा कि नवरात्र में फल अधिक बिके होंगे. प्रीति ने कहा कि बिक्री ठीक हुई. बैंक की एक क़िस्त भी जमा कर दी है.
पेटीएम पर भुगतान के बारे में पूछने पर प्रीति ने कहा कि वो चेक कर लेती हैं कि किसी ने भुगतान किया है या नहीं. पीएम ने प्रीति से परिवार के बारे में ली जानकारी. प्रीति ने लॉकडाउन में जनधन खाते, खाद्यान्न मिलने से परेशानी नहीं होने की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार का पालन करें. बच्चों को पढ़ाएं. प्रीति ने कहा कि आप हमारी अंगुली पकड़कर चलेंगे तो कुछ नहीं होगा.
पीएम ने कहा कि माताओं-बहनों के आशीर्वाद से वो काम कर रहे हैं. पीएम ने डिजिटल पेमेंट से कैशबैक का लाभ उठाने को कहा. उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट और कोरोना की सावधानी से सबके स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी. प्रीति ने अपने पति राधेश्याम के पैरों में दिक्कत होने की भी जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि वो अफसरों को निर्देश देंगे, वो आपसे मिलकर परेशानी की जानकारी कर सीएम योगी को जानकारी देंगे.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना के दो और लाभार्थियों से भी बातचीत की. ताजगंज निवासी पवन की चाय की दुकान है. लाकडाउन के दौरान जमा पूंजी खत्म हो गई और आय का कोई साधन नहीं रहा. पवन के पास इतनी धनराशि नहीं थी कि फिर से चाय की दुकान शुरू कर सकें. पीएम स्वनिधि योजना में दस हजार रुपये का ऋण लिया. हर दिन दो सौ से तीन सौ रुपये कमा लेते हैं. शहीद नगर निवासी समिता खिलौने बेचती हैं. लाकडाउन के बाद समिता के पास इतने पैसे नहीं बचे कि दोबारा काम शुरू कर सकें.
पीएम स्वनिधि योजना से मिले ऋण से काम शुरू किया. प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के यह तो तीन उदाहरण हैं, जिन्होंने कोरोना संक्रमण के बीच ऋण मिलने के बाद फिर से काम शुरू किया. योजना में कुल 45335 लोगों ने आवेदन किया है. 24278 लोग पात्र मिले हैं, जिनमें 16680 लोगों के खाते में दस-दस हजार रुपये भेज दिए गए हैं.