बलिया : कोटे की दुकान आवंटन के दौरान दुर्जनपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह से पुलिस को पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं. पुलिस ने कोर्ट से धीरेंद्र को सात दिनों की रिमांड पर देने का अनुरोध किया था लेकिन, कोर्ट ने उसे सिर्फ 48 घंटे की ही रिमांड पर दिया.
अब गोलीकांड में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी सहित कई मामलों का राजफाश करा पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी. उधर दुर्जनपुर में विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों के नेताओं और पदाधिकारियों के पहुंचने का क्रम जारी है. तनाव के कारण मद्देनजर दुर्जनपुर पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने आरोपित से वारदात के बाद उसके भागने के बाद से लेकर बरामदगी तक की जानकारी हासिल की. इस दौरान आरोपित ने उन लोगों के भी नाम बताए जिन्हों ने भागने के दौरान उसकी मदद की थी. अब अरोपित से हथियार बरामदगी की तैयारी में पुलिस लगी हुई है ताकि हत्या के मामले में चार्जशीट के लिए बड़ा साक्ष्यग हासिल किया जा सके.
वहीं, पुलिस अब दर्ज मुकदमे में अन्य मामलों की भी पड़ताल कर रही है ताकि आरोपित कानूनी दांव पेच में कहीं बच कर न निकल जाए. जबकि, हत्यान करने के बाद आरोपित पुलिस के कैद से खुद को छुड़ाकर भाग निकला था. इसके बाद से ही पुलिस की फजीहत भी हुई. उच्चक अधिकारियों के मोर्चा संभालने और जिम्मेलदारों के निलंबन के बाद से अब पुलिस फ्रंट फुट पर आ गई है. धीरेंद्र प्रताप पर धमकी देकर अवैध कार्यों के भी कराने का आरोप सामने आया है.
गुरुवार की सुबह की गई घंटों पूछताछ
दुर्जनपुर घटना के मुख्य हत्या रोपी धीरेद्र प्रताप सिंह को रेवती एसएचओ प्रवीण कुमार सिंह 48 घंटे के लिए रिमान्ड पर लेने के तत्काल बाद थाने पर पहुंचे. इस दौरान बंद कमरे में घटना और पिस्टल बरामदगी के संबंध में घंटों पूछताछ की गई. वारदात रीक्रिएट करने के लिए पुलिस थाने से आरोपित को लेकर दोबारा दुर्जनपुर वारदात स्तरल लेकर जाएगी. वहीं, पूछताछ के दौरान कोई मामला उजागर न हो इसके लिए भी पुलिस मामले में काफी गोपनीयता बरत रही है.