
कंगना रनौत के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में FIR दर्ज करने का आदेश | Nation One
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं. बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कंगना के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया है. कंगना पर सांप्रादायिक नफरत फैलाने का आरोप है. याचिकाकर्ता ने कंगना के ट्वीट और न्यूज़ पर दिए बयानों में हिन्दू कलाकार और मुस्लिम कलाकार में बाटने, सामाजिक द्वेष बढ़ाने का आरोप लगाते हुए याचिका की थी. इस मामले में कंगना की बहन रंगोली को भी आरोपी बनाया गया है. कंगना के मुंबई के हालात की तुलना पीओके से करने की टिप्पणी का भी शिकायतकर्ता ने उल्लेख किया है.
याचिकाकर्ता का कहना है कि कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर उसने फिल्म इंडस्ट्री के तमाम हिन्दू और मुस्लिम फिल्म निर्देशकों के साथ काम किया, लेकिन कभी कोई भेदभाव महसूस नहीं किया. लेकिन सोशल मीडिया के जरिये कंगना लगातार बॉलीवुड इंडस्ट्री के कलाकारों को हिन्दू और मुस्लिमों के आधार पर बांटने का प्रयास कर रही हैं. वे बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को ड्रग्स का लती, हत्यारा और भाई-भतीजावाद में लिप्त भी बता चुकी हैं. ये ट्वीट बॉलीवुड के भीतर और आम जनता में वैमनस्य पैदा कर रहे हैं.
याचिकाकर्ता ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में 16 सितंबर और 1 अक्टूबर को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने कोर्ट में शिकायत की और फिर कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत एफआईआर और जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें कि कंगना रनौत बीते कुछ महीनों से विवादों में उलझी हैं. वह लगातार अलग अलग विषयों पर ट्वीट करती रहती हैं. सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद उन्होंने नेपोटिज्म और बॉलीवुड में नशे के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठाई तो वह कई लोगों के निशाने पर आ गईं. कई लोग उनके समर्थन में भी आए. इसी बीच उन्होंने मुंबई के महौल की तुलना पीओके से कर दी और वह उद्धव सरकार के भी निशाने पर आ गईं.