कराची, एएनआइः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने आवाज उठाई है. भुट्टो ने कहा कि वह इमरान खान की सरकार से डरने वाले नहीं हैं फिर चाहे उन्हें अन्य राजनेताओं के साथ जेल ही क्यों नहीं जाना पड़े.
कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, बिलावल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री सेना का उपयोग पॉलिटिकल बॉल्ग के तौर पर कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह सरकार विपक्ष द्वारा की जा रही रैलियों से डरी हुई है. न्यूज एजेंसी एएनआइ ने दून समाचार( Dunya News)के हवाले से यह यह खबर दी.
उन्होंने कहा कि विपक्ष इस प्रणाली के खिलाफ विरोध करने के लिए तैयार है और हम लोगों को इस जाल से बचाएंगे. इमरान खान पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सेना कोई किसी एक पार्टी की संस्था नहीं है, जिसे वह अपने पॉलिटिकल बॉल्ग के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने बढ़ती महंगाई पर काबू पाने पर भी असफल रही है. उन्होंने कहा कि खान की सरकार ने आम लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था और कोविड-19 महामारी के कारण हुए आर्थिक कहर के बीच उन्हें रास्ते में छोड़ दिया.
बतौर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने दो साल पूरे कर लिए हैं. हालांकि इमरान खान जिन वादों के साथ सरकार में आए थे वे पूरे होते नहीं नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान की सेना शक्तिशाली तो है लेकिन, उसके पास भी इमरान का विकल्प नहीं है.
क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान ने 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. तब उन्होंने चुनाव में नया पाकिस्तान का नारा दिया था, उस वक्त इमरान खान को लेकर एक सकारात्मक संकेत मिल रहे थे. ऐसा लग रहा था कि वे देश के भीतर की समस्याओं का हल करेंगे और पड़ोसी देश के साथ रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे, हालांकि दोनों ही मामले में इमरान खान अभी तक सफल होते नहीं दिख रहे हैं. भारत के साथ पाकिस्तान का संवाद बंद है.