हथियार पहुंचाने कश्मीर जाने की फिराक में थे अलकायदा आतंकी | Nation One
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार तड़के केरल पश्चिम बंगाल से अलकायदा के जिन नौ आतंकियों को गिरफ्तार किया था, उनकी अपने अन्य सहयोगियों के लिए भारत में निर्मित विस्फोटक के साथ ही अन्य हथियार डिलीवरी के लिए जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने की योजना थी. एनआईए अधिकारियों ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान स्थित अपने हैंडलर से आदेश मिल रहे थे.
एजेंसी ने एक अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है, जिसे पाकिस्तान से अल-कायदा द्वारा संचालित किया जाता था. पश्चिम बंगाल केरल से गिरफ्तार ये लोग आईईडी की मदद से हमलों की साजिश रच रहे थे. इनके गिरोह में पटाखों से निकाले गए पोटेशियम से विस्फोटक बनाने का काम चलता था.
हथियारों की डिलीवरी के लिए इनका कश्मीर जाने का भी प्लान था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सुबह-सुबह छापेमारी कर छह आतंकियों को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से धर दबोचा बाकी के तीन की गिरफ्तारी केरल के एनार्कुलम जिले से हुई है. दहशत का माहौल पैदा करने के लिए इन नौ लोगों के दिमाग में दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई हिस्सों में स्थित प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों पर हमले की योजना थी.
ये रहे गिरफ्तार आतंकी
इस जांच से जुड़े एनआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘छापा मारने के दौरान एजेंसी को बड़ी संख्या में पटाखें मिले. विस्फोटक बनाने के लिए ये इनमें से निकाले हुए पोटेशियम का इस्तेमाल करते थे.’
गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान मुर्शीद हसन, याकूब बिस्वास मोर्शरफ हुसैन के रूप में की गई है, ये तीनों ही एनार्कुलम के रहने वाले हैं. इनके अलावा गिरफ्तार हुए नजमुस साकिब, अबू सुफियान, मैनूल मंडल, लेउ इन अहमद, अल ममुन कमाल अतितुर रहमान, ये मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं. केरल से जिनकी गिरफ्तारी की गई है, वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.
अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित
ये आतंकी द्वितीय वर्ष के स्नातक छात्र से लेकर किसान, दर्जी, रसोईया, इलेक्ट्रीशियन, कंप्यूटर साइंस स्नातक तक के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित थे. केरल से गिरफ्तार किए गए आतंकी भी मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.
अधिकारी ने यह भी कहा कि मुर्शिदाबाद में स्थित आतंकी सूफियान के घर से उन्हें आईईडी सहित स्विच, बैटरी इत्यादि भी मिले हैं. अधिकारी ने कहा कि इस आतंकी मॉड्यूल का प्रमुख हसन था. इससे पहले, एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा था कि इस समूह की योजना भारत के कई महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर आतंकी हमले करने मासूमों की जान लेने की थी.