कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के अलग-अलग मुद्दों पर वीडियो जारी करने की श्रृंखला में आज एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक फैसले पर हमला बोला है। बता दें कि राहुल गांधी ने साल 2016 के नोटबंदी के फैसले का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि नोटबंदी का फैसला छोटे दुकानदार, मजदूर, किसान, असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था।
उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री जी ने नोटबंदी का फैसला लिया। 500/1000 के नोट रद्दी कर दिए। पूरा हिंदुस्तान बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया। राहुल ने कहा, ‘ इससे कालाधन खत्म हुआ? नहीं, देश के गरीब जनता को नोटबंदी से क्या मिला?- जवाब कुछ नहीं। 3.50 लाख लोगों ने नौकरियां गंवाई।’
राहुल ने कहा, ‘इससे फायदा हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों को मिला। आपका पैसा आपके पॉकेट से निकाल कर अमीरों के कर्जा माफ करने के लिए सरकार ने किया। 50 बड़े उद्योगपतियों का 68607 करोड़ का कर्जा माफ किया गया। हमारा असंगठित अर्थव्यवस्था का जो सेक्टर है वो कैश पर चलता है, छोटा दुकानदार हो, किसान हो, मजदूर हो वो कैश से काम करता है।’
मोदी जी का ‘कैश-मुक्त’ भारत दरअसल ‘मज़दूर-किसान-छोटा व्यापारी’ मुक्त भारत है।
जो पाँसा 8 नवंबर 2016 को फेंका गया था, उसका एक भयानक नतीजा 31 अगस्त 2020 को सामने आया।
GDP में गिरावट के अलावा नोटबंदी ने देश की असंगठित अर्थव्यवस्था को कैसे तोड़ा ये जानने के लिए मेरा वीडियो देखिए। pic.twitter.com/GzovcTXPDv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 3, 2020
बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने दावा किया था कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं।
उन्होंने ट्वीट किया कि जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई। देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी। तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था डुबो दी।