स्वच्छ भारत अभियान के तहत मृतकों को भी शौचालय, पढ़े पूरी खबर

कानपुर देहात जनपद में गांव-गांव स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के नाम पर गड़बड़झाला किया गया है। जिन गांवों की जांच अभी तक कराई गई है, उसमें प्रधान व सचिव पूरी तरीके से फंसते नजर आए हैं। अब मृतक भी शौचालय निर्माण करा रहे हैं। जबकि कई शौचालय निर्माण के दौरान भी उपयोग में नहीं लाया जा सके।

ऐसा ही एक मामला संदलपुर विकासखंड के ररौख गांव का सामने आया। आधा सैकडा से अधिक ग्रामीणो ने डीएम कार्यालय पहुंचे प्रधान और तत्कालीन सचिव पर सरकारी धन का अपनी जागीर समझ दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को सौंपा।

ग्रामीणों ने बताया कि मरने वाले लोगों को भी ग्राम प्रधान व सचिव की सांठगांठ से शौचालय निर्माण संबंधी धनराशि निकाली गई है। जबकि 49 लोगों के नाम पर दो बार धनराशि जारी की गई है। 73 लोगों के नाम बिना शौचालय निर्माण की धनराशि आवंटित कर दी गई है। डीएम ने जांच के निर्देश दिए हैं ररौख गांव के ग्रामीणों ने बताया कि 5 लोगों की 2016 से पहले ही मौत हो चुकी है।

इसके बाद वर्ष 2018-19 में 12-12 हजार चेक शौचालय के नाम पर काटकर धनराशि निकाली गई है, जबकि 49 लोगों को दो बार धनराशि आवंटित करने तथा वर्ष 2015 से 19 के बीच 73 लोगों को शौचालय धनराशि आवंटित कर दी गई है। जिसका शौचालय अभी तक न बनने का भी आरोप लगाया है।  जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इस मामले में जांच कराने के निर्देश दिए हैं।