मध्य प्रदेश के सागर जिले की बंडा विधानसभा क्षेत्र की 27 नलजल योजनाये बंद, जलसंकट गहराया
बंडा क्षेत्र के अनेक गॉवो में जलसंकट व्याप्त है। पानी की उपलब्धता न होने व नलजल योजनाओ के बंद होने के चलते दो दर्जन गांवो के लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं। क्षेत्र में लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों, ठेकेदार एवं पंचायत की मिली भगत से शासन द्वारा स्वीकृत नल जल योजना का क्रियान्वयन ठीक तरीके से नही हुआ। जिससे शासन की लाखों रूपयो की योजनाओ का लाभ जनता तक नहीं पहुंचा पाया।
कही पर स्त्रोत कुआ अपूर्ण रहा तो कही गहराई स्वीकृति अनुसार नही हुई तथा वाठर बाक्स, मोटर , पानी टंकी घटिया निर्माण के कारण पूरी की पूरी योजना ठप्प है। ग्राम वासी 2 किलो.मी. दूरी से खेतों के कुआं से पानी लाकर प्यास बुझा रहे है। क्षेत्र में पानी की उपलब्धता कराने के लिए ग्रामीण नलजल प्रदाय योजना एवं बुदेलखंड पैकेज जल प्रदाय योजना के तहत नल जल योजनाये स्वीकृत की गई थी। बुदेलखंड पैकेज जल प्रदाय योजना के तहत 15 गॉवो में नल जलयोजना बंद है।
जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली 78 पंचायतो में पंचायत स्तर पर भी किसी तरह की सुविधाये नही दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रो में लगे हेडपंपो का जलस्तर गिर जाने के कारण हेडपंपो ने दम तोड़ दिया है। साथ ही कुछ हेडपंपो में खराबी आ जाने व हेडपंपो की लाइन गिर जाने के बाद से हेडपंप बंद पड़े है। लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के द्वारा सुधार कार्य नही कराया जा रहा है।
सागर, मध्य प्रदेश से राम अवतार पटेल की रिपार्ट