केंद्रीय जेल में कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र शुरू : कैदी सीखकर बनेंगे आत्मनिर्भर
राज्य शासन द्वारा प्रदेश के जेलों में कैदियों के कौशल विकास के लिए विभिन्न प्रकार के ट्रेड में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। जेलों में कैदियों द्वारा सोफा निर्माण, सिलाई कार्य एवं एसी रिपेरिंग आदि कार्य में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब जेल में कैदियों को कम्प्यूटर भी सिखाया जाएगा। बिलासपुर के केन्द्रीय जेल में आज कैदियों के लिए कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र शुरू हो गया है। कैदी कम्प्यूटर सीखेंगे और आत्मनिर्भर बनेंगेे। इसके लिए केंद्रीय जेल को भारतीय रेडक्रास सोसायटी शाखा बिलासपुर द्वारा 10 कम्प्यूटर प्रदान किया गया है।
रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष एवं कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने जेल में कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण किया और कहा कि कम्प्यूटर प्रशिक्षण देने का उद्देश्य कैदियों को व्यस्त रखते हुए, उनके कौशल उन्नयन के साथ उनकी सोच में सकारात्मकता लाना है। कम्प्यूटर प्रशिक्षण कैदियों को रूचिकर लगता है तो इसे और बढ़ाया जाएगा। इस पहल से कैदी कौशल विकास के कार्यों से जुडे़ रहेंगे। बिलासपुर के केन्द्रीय जेल में वर्तमान में तीन ट्रेड सोफा निर्माण, सिलाई कार्य एवं एसी रिपेयर्स कार्य में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कम्प्यूटर प्रशिक्षण को भी ट्रेड मेें शामिल करने के साथ ही कैदियों को खेल, योग व अन्य गतिविधियों से भी जोड़ने की योजना है।
कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गौरीदत्त शर्मा ने कहा कि कम्प्यूटर प्रशिक्षण लेकर कैदी छत्तीसगढ़ शासन की नये नये कार्यक्रमों से जुड़ सकेंगे। उन्होंने बताया की अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी में जेल के कैदियों द्वारा बनाये गये फर्नीचर ही क्रय किये जाते हैं। इस तरह कैदियों के भविष्य एवं उनके परिवार के लिए यूनिर्वसिटी योगदान दे रहा है।