देश की एक और बेटी हुई आग के हवाले…
हैदराबाद के बाद अब एक और बेटी को जलाने का दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहाँ एक रेप पीड़िता को पाँच हैवानों ने मिलकर पहले मारा-पीटा और चाकू से वार किया ,फिर पेट्रोल छिड़कर जला दिया।
जिसमें पीड़िता लगभग 90 फीसदी जल चुकी थी। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। जहाँ जिंदगी के लिए लड़ते-लड़ते देश की एक ओर बेटी मौत के मुँह में समा गई।
आपको बता दे कि पिछले साल दिसंबर 2018 में पीड़िता के साथ 5 हैवानों ने दुष्कर्म किया था। जिसके बाद पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए मामला स्थानीय थाने में दर्ज करया था। पुलिस द्वारा मार्च 2019 में F.R.I भी दर्ज कराई गई थी।
बाद में मामला अदालत में पहुंचा और उसी सिलसिले में वह वकील से मिलने जा रही थी, लेकिन वह वकील से मिलती, इससे पहले ही उन हैवानों ने उस पर पेट्रोल डाल जालकर मारने की कोशिश की।
लेकिन इसके बाद भी युवती की हिम्मत नहीं टूटी और वह जलने के बाद भी बचने की कोशिश में 1 किलोमीटर तक पैदल चलकर गई और फिर 112 नंबर पर उसने कॉल करके पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। जिसके बाद उसे वहाँ से लखनऊ उस्पताल रेफर कर दिया गया।
हालत में कुछ खास सुधार नहीं देखते हुए उसको एयरलिफ्ट के जरिये दिल्ली भेज दिया गया। वहां पीड़िता की स्थिति शाम के समय गंभीर होती गई और 11:10 बजे उसे कार्डियक अटैक आया और 11:40 बजे उसने अंतिम सांसे ली।
जाते-जाते भी वह अरोपियों के लिए फांसी की मांग कर गई। अपने अंतिम शब्दों में भी वह जीने की उम्मीद कर रही थी और अपने आप को बचाने के लिए कह रही थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
घटना पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बोलीं कि आरोपियों को एक महीने में फांसी दी जाए।
सवाल प्रशासन और समाज दोनों से है की प्रशासन क्या नींद की गोली खाकर सो रहा था जब ये सब हो रहा था। साथ ही जहाँ उसको पांच लफंगों ने मिलकर जला दिया क्या उस जगह खड़े लोगों का जमीर नहीं जगा की उसको बचाया जाये जरुरी है की “गलत दिखे जहाँ, आवाज उठे वहां“