अंतरिक्ष से रखी जाएगी दुश्मन पर नज़र…
दुशमनों के छक्के उड़ाने के लिए ISRO ने सुबह मिलिट्री सेटेलाईट कार्टोसैट-3 का सफलतापुर्वक लॉन्च किया । जिससे अब दुशमनों में नज़र रखना असान हो जाएगा। देश की सुरक्षा के लिए ISRO ने नया इतिहास रचा है।
आपको बता दें कि कार्टोसैट-3 सैटेलाईट पीएसएलवी सी- 47 (PSLV-C47) रोकेट से छोड़ा गया। जो पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई के ऑर्बिट पर चक्कर लगाएगा। वहीं कार्टोसैट-3 के साथ अमेरिका के 13 अन्य नैनो सैटेलाइट भी लॉन्च किये गए है।
चलिए जानते है कि आखिरकार कार्टोसैट-3 है क्या…
कार्टोसैट-3 अपनी सीरिज का नौवा सैटेलाइट है, जिसमें इतना ताकतवर कैमरा लगा है जो हाई क्वालिटी इमेजेज देने की समता रखता है। जिससे अंतरिक्ष में 509 किलोमीटर की ऊंचाई से जमीन पर 9.84 इंच की ऊंचाई तक की स्पष्ट तस्वीर ले सकेगा। जिससे देश कि सिमाओं में नज़र रखी जाएगी। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं में भी मदद करेगा।
वहीं पाकिस्तान के आतंकि केंपों में नज़र रखी जाएगी जिसके वजह से इसे त्रिनेत्र का नाम दिया जा रहा है । हैरत कि बात ये है कि अभी तक इतनी सटीकता वाला सैटेलाइट कैमरा किसी देश ने लॉन्च नहीं किया है।
वहीं कार्टोसैट सीरीज के अब तक 8 सैटेलाइट लॉन्च किये है …
जिसमे कार्टोसैट सीरीज का पहला सैटेलाइट कार्टोसैट-1 5 मई 2005 को पहली बार लॉन्च किया गया था। जिसकी लाइफ 5 साल की थी। इसके बाद 10 जनवरी 2007 को कार्टोसैट-2 लॉन्च किया गया।
वही आज यानी की 27 नवम्बर 2019 को कार्टोसेट-3 को लॉन्च किया गया। जो की सफलतापूर्वक रहा।
चंद्रयान 2 के बाद भारतीय अन्तरिक्ष एजेंसीज ISRO ने यह एक नया इतिहास रचा है। जिसके वजह से अंतरिक्ष से दुश्मन पर नजर रखी जाएगी।