मोदी सरकार के बजट को सीएम रावत ने बताया गांव-गरीब और किसान का बजट, जानिए महत्वपूर्ण फैसले
देहरादून: मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट जनता के सामने पेश किया। देश की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने शुक्रवार को सदन में बजट पेश किया। वहीं इस बजट में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। उत्तरांखड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट को गांव-गरीब और किसान के कल्याण का बजट बताया है। उन्होंने अपने ट्वीटर एकाउंट पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पहली फुलटाइम महिला वित्तमंत्री के तौर पर बजट पेश करने के लिए विशेष बधाई दी।
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उन्होंने लिखा ‘भारत की आत्मा गांवों में बसती है। इस बजट में गांव गरीब और किसान के कल्याण पर खास ध्यान दिया गया है। बजट मजबूत देश के लिए मजबूत नागरिक की संकल्पना को दर्शाता है। बजट में अर्थव्यवस्था सुधारने के साथ आम नागरिक के जीवन स्तर को सुधारने के भी प्रयास किए हैं।
भारत की आत्मा गांवों में बसती है,इस बजट में गांव गरीब और किसान के कल्याण पर खास ध्यान दिया गया है। बजट मजबूत देश के लिए मजबूत नागरिक की संकल्पना को दर्शाता है। बजट में अर्थव्यवस्था सुधारने के साथ आम नागरिक के जीवन स्तर को सुधारने के भी प्रयास किए हैं।#Budget2019
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) July 5, 2019
जानिए कुछ महत्वपूर्ण फैसले….
– छोटे दुकानदारों को पेंशन, 59 मिनट में लोन।
– मुद्रा स्कीम में महिलाओं को एक लाख तक का ऋण।
– श्रमिकों के लिए चार और कोर्ट बनेंगे।
– इलेक्ट्रिक कार पर मिलेगी छूट।
– 2022 तक हर किसी को घर, बिजली और 2024 तक हर घर में नल से पानी देने का लक्ष्य।
– किराए के मकानों के लिए आदर्श किराया कानून बनाया जाएगा।
– राष्ट्रीय खेल शिक्षा बोर्ड बनेगा।
– सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाएगी, स्कूलों कालेजों में बदलाव का प्लान।
– 2 करोड़ ग्रामीणों को डिजिटल शिक्षा।