अधूरी रह गई वित्त मंत्री प्रकाश पंत की ख्वाहिश, कुमांउ के लिए करना चाहते थे ये काम
देहरादून: वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन से पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई है, वास्तव में इतनी कम उम्र में उत्तराखंड की राजनीति के महान नेता का दुनिया को अलविदा कहना सम्पूर्ण राज्य के लिए क्षति है। अपनी मौत से पहले वित्त मंत्री प्रकाश पंत की एक आखिरी इच्छा थी, जिसको पूरा करने के लिए उन्होंने जनता से वादा भी किया था। लेकिन अपने इस वादे को पूरा करने से पहले ही उन्होंने दुनिया से अलविदा कह दिया।
यह भी पढ़ें: हरदाई: डीसीएम और ट्रैक्टर ट्रॉली की आपस में भिड़ंत, 6 की मौके पर मौत, 30 से अधिक घायल
दरअसल, प्रकाश पंत उत्तराखंड के जागेश्वर और बागेश्वर को एक ट्रैक रूट में जोड़कर पांचवां धाम बनाने की ख्वाहिश रखते थे। बता दें कि वित्त मंत्री प्रकाश पंत आखिरी बार 14 जनवरी को उत्तरायणी मेले का शुभारंभ करने के लिए बागेश्वर आए थे। यहां की जनता और जन प्रतिनिधियों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाने की मांग की थी। जिसके बाद उन्होंने जनता को आश्वासन दिया था कि अल्मोड़ा के प्रसिद्ध जागेश्वर और कुमाऊं की काशी के बागनाथ मंदिर तक सैलानियों की आमद बढ़ाने के लिए एक रूट बनाएंगे। इसको नाम दिया जाएगा पांचवां धाम। उन्होंने कहा था कि उनकी ख्वाहिश भी है कि उत्तराखंड में चार धाम के साथ एक और पांचवां धाम बनाया जाए। पंत के आश्वासन के बाद बागनाथ नगरी में पर्यटन की उम्मीदें बढ़ीं थीं लेकिन उनके निधन के साथ ही यह ख्वाहिश भी अधूरी रह गई है।