
नवरात्रि में इन चीजों को शामिल नहीं किया तो अधूरी रह जाएगी आपकी पूजा, देखिए पूजा सामग्री की लिस्ट
देहरादून: चैत्र नवरात्र की शुरुआत 6 अप्रैल से हो रही है। जो भक्त इस बार नवरात्र का व्रत रहेंगे और कलश स्थापना करेंगे वो अभी से पूजा के सामान की खरीददारी में जुट गए हैं। आज नवरात्र के सामान की खरीददारी के लिए दुकानों में भारी भीड़ रहेगी। बेहतर होगा कि आप भी आज ही खरीददारी निपटा लें ताकि आखिरी समय में कोई परेशानी न हो। नवरात्र में भक्तजन नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों की आराधना करते हैं। मां दुर्गा के नौ रूप इस प्रकार हैं। मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री। माता के हर स्वरुप की पूजा अलग-अलग तरह से होती है। जिसके लिए विधिवत पूजा सामग्री न हो तो पूजा अधूरी मानी जाएगी।
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आइए आज हम आपको बताते हैं कि नवरात्र में पूजा के सामान की पूरी लिस्ट ताकि आखिरी समय में आप हाथ न मलते रह जाएं।
मां दुर्गा के सोलह श्रंगार के लिए: लाल चुनरी, लाल चूड़ी, बिछिया, पायल, लाल सिन्दूर, महावर, लाल रंग की बिंदी, लाल रिबन, मेहंदी, लाल नेलपॉलिश, हार, कान के लिए कर्णफूल, लाल रंग की लिपस्टिक।
कलश स्थापित करने के लिए: मिट्टी का कलश, पानी वाला नारियल (जटा) के साथ, आम्रपत्र, मौली, रोली, गंगा जल, केसर जायफल, एक सिक्का, जौ, एक दिया, दही, रुई की बत्ती।
हवन करने के लिए: नवरात्र में हवन करने के लिए हवन कुंड, हर दिन के लिए 9 लौंग, कपूर, सुपारी, गुग्गुल, धूप-बत्ती, पंच-मेवा, देसी घी, चावल, आम की लकड़ी.
जौ बोने के लिए: मिट्टी का एक बर्तन, साफ मिट्टी ( जिसमें जौ बोया जा सके), जौ
अखंड ज्योति के लिए: मिट्टी का दिया, गाय का घी, रुई की बत्ती, चावल, हवन सामग्री, आम की सूखी लकड़ी, हवन सामग्री.