
सीएम भूपेश बघेल ने सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने तथा नशापान पर रोक के लिए समाज को आगे आने का अनुरोध किया
रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव विकासखंड के मोक्षधाम सांकरदाहरा देवरी में आयोजित गाड़ा (गंधर्व) महोत्सव एवं बसंत पंचमी कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हर समाज को विकास की राह में आगे बढ़ने के लिए नई पीढ़ी की पढा़ई-लिखाई और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षित और संगठित समाज तेजी से विकास करता है। सामूहिक विवाह के महत्व पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि इससे धन और समय की बचत होती है। बचत धन का उपयोग बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए किया जा सकता है। बघेल ने परिवार, गांव, समाज की उन्नति के लिए नशापान को भी बाधक बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी समाजों के सहयोग से शराब बंदी लागू की जाएगी।
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इसके लिए सामाजिक जनजागरण जरूरी है। हर समाज की ओर से गांव-गांव में बैठक कर शराब पर प्रतिबंध लगाने के लिए पहल होनी चाहिए। लोगों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने गंधर्व समाज के नागरिकों को महोत्सव के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस महोत्सव के लिए 50 हजार रूपए की राशि को बढ़ाकर डेढ़ लाख रूपए का अनुदान देने की घोषणा की। उन्होंने महाशिवरात्रि के मौके पर सांकरदाहरा में 3 दिवसीय महोत्सव आयोजित करने की भी घोषणा की।
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उन्होंने यहां पर्यटन मद से 39 लाख 40 हजार रूपए की लागत से निर्मित वेटिंग भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि बेन्दरकट्टा-कोहका मार्ग में शिवनाथ नदी पर उच्च स्तरीय पुल बनाने के लिए वितीय वर्ष 2019-20 के बजट में प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी राशन कार्डधारी परिवारों को 35 किलो चावल हर महीने देने तथा आगामी अप्रैल महीने से बिजली बिल आधा करने का निर्णय लिया गया है। श्री बघेल ने कहा कि जंगलों तथा जंगलों के आस-पास हजारों गांव बंदरों से भी परेशान रहते हैं। खेती-बाड़ी और घरों को बंदरों द्वारा लगातार नुकसान पहुंचाए जाने की घटनाएं होती है। बंदरों के लिए जंगलों में ही भोजन की व्यवस्था करने साग, सब्जी और फलदार पौधे उगाने के लिए भी कार्यक्रम शुरू करने की योजना है। जंगलों में व्यापक पैमाने पर साग, सब्जी और फलदार पौधों खीरा-ककड़ी आदि के बीजों का छिड़काव किया जाएगा।