
800 साल की परंपरा को तोड़कर पहली बार दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में किया प्रवेश
केरल: सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परंपरा को तोड़ते हुए आज दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करके भगवान के दर्शन किए। मंदिर के 800 साल के इतिहास में पहली बार दो महिलाओं ने मंदिर के अंदर जाकर भगवान के दर्शन किए। बता दें कि इस मंदिर में महिलाओं को जाना वर्जित है। वही इसके बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने महिला श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट से सबरीमाला मंदिर में प्रवेश की इजाजत मिलने के लगभग तीन महीने बाद पहली बार महिलाओं ने सबरीमाला में भगवान अयप्पा के दर्शन किए।
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28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में हर उम्र की महिला को प्रवेश देने की इजाजत दी थी। इस फैसले के खिलाफ केरल के राजपरिवार और मंदिर के मुख्य पुजारियों समेत कई हिंदू संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी। हालांकि, अदालत ने सुनवाई से इनकार कर दिया। जिसके बाद आज इन महिलाओं ने सालों से चली आ रही परपंरा को तोड़कर मंदिर में प्रवेश किया। जिसके बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया।
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वही मंदिर में प्रवेश करने वाली महिलाओं के नाम बिंदु और कनकदुर्गा हैं। उनकी उम्र 40 से 50 साल के बीच बताई जा रही है। दोनों महिलाएं पुलिसकर्मियों के साथ मंदिर में घुसीं और सुबह 3:45 बजे पूजा-अर्चना की। इन दोनों महिलाओं ने पिछले महीने भी मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की थी। दोनों महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं। वे दौड़ती हुए मंदिर के अंदर जाती नजर आ रही हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने दोनों महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने की घटना की पुष्टि की। विजय ने कहा कि पहले ये महिलाएं ट्रैकिंग नहीं कर पाई थीं।