डीएम ने जेई भर्ती परीक्षा में कोचिंग इंस्टीट्यूट में मारा छापा
उत्तराखंड में हाल ही में हुई जेई भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है। मामले में रुड़की के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट की भूमिका संदिग्ध है। शिकायत पर बुधवार को हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने पुलिस और प्रशासनिक टीम के साथ इंस्टीट्यूट में छापा मारा।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से पिटकुल और ऊर्जा निगम में जेई भर्ती परीक्षा में रुड़की के एक ही इंस्टीट्यूट से 66 बच्चों के चयन पर सवाल उठने लगे हैं। आयोग ने मामले की जांच कराने के आदेश दिए। जिस पर बुधवार को जिलाधिकारी हरिद्वार दीपक रावत ने रुड़की मालवीय चैक स्थित इंस्टीट्यूट में छापा मारा। डीएम ने बताया कि पांच नवंबर को परीक्षा हुई थी। इसका परिणाम फरवरी के प्रथम सप्ताह में आया था। कुल 252 अभ्यर्थी प्रदेशभर से चयनित हुए थे। इसमें 66 रुड़की के एक ही इंस्टीट्यूट में कोचिंग करते थे।
मामले की हो रही है जांच
इंस्टीट्यूट संचालक ने खुद सोशल मीडिया पर ये प्रचारित किया था। यही नहीं इंस्टीट्यूट का दावा था कि उसके यहां पढ़ने वाले 90 फीसदी छात्रों का चयन हुआ है। डीएम के छापे के दौरान मौके पर मौजूद इंस्टीट्यूट के मैनेजर और एक शिक्षक से जब छात्रों से जुड़े कागजात और फीस की रसीद आदि मांगी गई तो वह नहीं दिखा पाए। जिस पर डीएम रावत को मामला संदिग्ध लगा। डीएम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
इस दौरान इंस्टीट्यूट से जुड़े तीन लोगों के मोबाइल को जब्त कर लिए गए हैं। इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल, एसपी देहात मणिकांत मिश्रा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।