जवाड़ी बाईपास पर क्रशर को हटाने की मांग को लेकर जवाड़ी और उत्यासू के ग्रामीणों ने बाईपास पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने एक घंटे तक बाईपास पर जाम लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि क्रशर नहीं हटया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। शुक्रवार को जवाड़ी और उत्यासू की महिलाएं, पुरुष और युवा जवाड़ी बाईपास पर पांच धारा के पास लगे क्रशर के विरोध में उतरे।
ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार, प्रशासन, एनएच और कार्यदायी कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। करीब 12 बजे ग्रामीणों ने जवाड़ी बाईपास पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी दशा में इस क्षेत्र में क्रशर नही लगने दिया जाएगा इससे गांव का जंगल खत्म हो जाएगा साथ ही पानी के स्रोत पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस फोर्स की मौके पर पहुंची। कुछ देर बार प्रशासन की ओर से तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोला ग्रामीणों के लिए वार्ता को पहुंचे। उनके साथ कोतवाली निरीक्षक केएस बिष्ट मय फोर्स मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से वार्ता करते हुए तहसीलदार ने कहा कि कंपनी और एनएच को अवगत कराया गया है कि जल्द क्रशर को हटा दिया जाए। एक सप्ताह के भीतर ही कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। इधर क्रशर लगने से इस क्षेत्र को नुकसान पहुंचने के लिए भू-वैज्ञानिक डॉ गौतम को इसकी जांच के लिए कहा गया है।
पर्यावरणीय महौल को नहीं होने देंगे खराब
आधा घंटा वार्ता के बाद ग्रामीणों को शांत किया गया। पूर्व जिपं उपाध्यक्ष किशोरी नंदन डोभाल, पूर्व क्षेपंस राजेंद्र प्रसाद नौटियाल एवं सामाजिक कार्यकर्ता जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार यदि कार्यवाही नहीं की गई तो दोबारा सड़कों पर उतरा जाएगा। ग्रामीण किसी तरह यहां के पर्यावरणीय महौल को खराब नहीं होने देंगे। इस मौके पर पूर्व जिपं उपाध्यक्ष किशोरी नदंन डोभाल, पूर्व क्षेपंस राजेंद्र प्रसाद नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता जोत सिंह बिष्ट, प्रधान जवाड़ी कुंवर लाल सत्यार्थी, विक्रम कप्रवान, वीरा देवी, कांति देवी, सरिता देवी, पोतली देवी आदि उपस्थित थे।