News : सोशल मीडिया की सनक अब मर्यादाओं और संवेदनाओं की सभी हदें लांघती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश के अमरोहा से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें दो वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने एक शव यात्रा को भी रील बनाने का माध्यम बना दिया।
इन सिपाहियों ने मृतक की अर्थी को कंधा देते हुए वीडियो बनवाई, जिसे बाद में बैकग्राउंड में इमोशनल गाने के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। घटना के सामने आने के बाद अमरोहा पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है और दोनों सिपाहियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
News : क्या है मामला?
यह घटना अमरोहा के एक गांव की है, जहां एक बुजुर्ग की मृत्यु के बाद पारंपरिक शव यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान दो सिपाही, जो मौके पर मौजूद थे, उन्होंने अर्थी को कंधा देने का नाटक करते हुए कैमरे के सामने पोज दिया और वीडियो शूट करवाई। बाद में इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया जिसमें बैकग्राउंड में “तेरी मिट्टी में मिल जावां…” जैसे भावुक गाने का इस्तेमाल किया गया।
वीडियो को ऐसे पेश किया गया जैसे दोनों सिपाही मृतक से गहराई से जुड़े हुए हों और बेहद भावुक होकर उसे अंतिम विदाई दे रहे हों। लेकिन असलियत यह थी कि यह सब सिर्फ एक रील बनाने और सोशल मीडिया पर वाहवाही बटोरने के लिए किया गया।
News : वीडियो वायरल होते ही उठे तीखे सवाल
वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी। लोगों ने इस हरकत को “शर्मनाक”, “संवेदनहीन” और “पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला” बताया। कई यूजर्स ने कहा कि एक इंसान की अंतिम विदाई को इस तरह मज़ाक बनाना न केवल मृतक का अपमान है बल्कि वर्दी की गरिमा को भी ठेस पहुंचाना है।
News : पुलिस विभाग ने लिया संज्ञान, जांच शुरू
वीडियो के वायरल होते ही अमरोहा पुलिस प्रशासन ने संज्ञान लिया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि वीडियो में दिखने वाले दोनों सिपाही पुलिस विभाग के ही हैं और ड्यूटी पर तैनात थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने दोनों के खिलाफ जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और कहा है कि दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी अमरोहा का बयान, “इस प्रकार की हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वर्दी पहनने का मतलब केवल फोटो-सेशन नहीं होता, बल्कि यह जिम्मेदारी और सम्मान का प्रतीक है। दोनों सिपाहियों की पहचान कर ली गई है और जांच जारी है।”
सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान यह भी पता चला है कि यह दोनों सिपाही सोशल मीडिया पर पहले भी कई वीडियो और रील्स बना चुके हैं, जिनमें वे ड्यूटी के दौरान वर्दी में नजर आते हैं। कुछ वीडियो में तो थाने के अंदर, गाड़ियों के साथ और हथियारों के साथ पोज देते हुए भी देखे गए हैं। इससे यह साफ है कि वे लगातार सोशल मीडिया पर ‘इंप्रेशन जमाने’ की कोशिश कर रहे थे।
News : सस्पेंशन की तैयारी, विभागीय जांच तेज
दोनों सिपाहियों को फिलहाल लाइन हाजिर कर दिया गया है और विभागीय जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है। आला अधिकारियों ने यह भी संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में सभी पुलिसकर्मियों के सोशल मीडिया इस्तेमाल को लेकर नई गाइडलाइन बनाई जाएगी।
स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने भी सिपाहियों की इस हरकत पर नाराजगी जताई है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि किसी की अंतिम विदाई को कोई मज़ाक बनाएगा। यह उनकी भावनाओं और परंपराओं के साथ खिलवाड़ है।
यह मामला सिर्फ एक वीडियो का नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि कैसे सोशल मीडिया की लत संवेदनाओं, मर्यादाओं और पेशेवर आचरण को कुंद कर रही है। अमरोहा के इन दो ‘रीलबाज’ सिपाहियों ने यह दिखा दिया कि रील्स और लाइक्स की भूख किस हद तक इंसान को गिरा सकती है। अब वक्त आ गया है कि पुलिस विभाग ऐसे मामलों पर सख्त नियंत्रण करे और वर्दी की गरिमा को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए।
Also Read : News: सीएम धामी ने दी टनकपुर में मुक्तिधाम की स्वीकृति, स्थानीय जनता में खुशी की लहर