Israel Iran War : 10 हजार भारतीय फंसे, वायुसेना ऑपरेशन के लिए पूरी तरह तैयार

Israel Iran War : इजरायल और ईरान के बीच चल रहे सैन्य टकराव ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। इस संघर्ष के कारण पश्चिम एशिया में स्थित लगभग 10 हजार भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर संकट मंडरा रहा है।

भारत सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी है। भारतीय वायुसेना को किसी भी आपात स्थिति में अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के निर्देश दे दिए गए हैं।

Israel Iran War : इजरायल-ईरान संघर्ष की पृष्ठभूमि

इस साल अप्रैल के अंत से इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। दोनों देशों के बीच कई बार मिसाइल और ड्रोन हमलों का आदान-प्रदान हो चुका है।

हाल ही में तेहरान ने दावा किया कि इजरायल ने उसके सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिसके जवाब में ईरान ने इजरायली सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइल दागीं।

इन हमलों के चलते क्षेत्रीय सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई है और आम नागरिकों के जीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

Israel Iran War

Israel Iran War : भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई

विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सरकार हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “हमारे नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हम हर संभव उपाय कर रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।”

भारत सरकार ने इस मामले में इजरायल, ईरान, और अन्य पड़ोसी देशों के राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद बनाए रखा है ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा को रोका जा सके।

Israel Iran War : वायुसेना को मिली ‘ग्रीन सिग्नल’

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने बड़े स्तर पर निकासी अभियान की तैयारी कर ली है। वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर, IL-76 और C-130J जैसे भारी विमान तैनात करने के लिए तैयार हैं। इन विमानों को दुबई, मस्कट और जॉर्डन जैसे नजदीकी सुरक्षित एयरबेस पर स्टैंडबाय मोड में रखा गया है।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “हमने ऑपरेशन के लिए लॉजिस्टिक्स, रूट मैप और फोर्स स्ट्रक्चर पूरी तरह से फाइनल कर लिया है। केवल अंतिम आदेश की प्रतीक्षा है।”

Israel Iran War : भारतीय दूतावासों की सक्रियता

इजरायल, ईरान और आसपास के देशों में स्थित भारतीय दूतावास अपने नागरिकों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में रहने, गैर-जरूरी यात्रा से बचने और सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।

भारतीय दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है, जिससे कोई भी भारतीय नागरिक मदद के लिए संपर्क कर सके।

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Israel Iran War : फंसे हुए भारतीयों की हालत

ज्यादातर फंसे हुए भारतीय इजरायल में आईटी, मेडिकल, शिक्षा और निर्माण क्षेत्र में कार्यरत हैं। इसके अलावा कुछ छात्र और पर्यटक भी वहां मौजूद हैं।

तेल अवीव में फंसे एक भारतीय नागरिक ने कहा, “स्थिति बहुत तनावपूर्ण है। रात को बंकर में रहना पड़ता है। हम लगातार भारत सरकार के संपर्क में हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही निकासी शुरू होगी।”

विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की जाए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “10 हजार भारतीय खतरे में हैं, सरकार को पारदर्शी और तत्काल कदम उठाने होंगे।”

विदेश नीति विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को इस समय संतुलित कूटनीति और तेज़ मानवीय कार्रवाई की जरूरत है। अगर संघर्ष और गहराता है तो केवल निकासी ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक पश्चिम एशिया में भारतीय नागरिकों के रोजगार और स्थायित्व पर असर पड़ेगा।

इजरायल-ईरान के बीच बिगड़ते हालात भारत के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं। हालांकि सरकार ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। भारतीय वायुसेना ऑपरेशन के लिए तैयार है और दूतावास लगातार नागरिकों की सुरक्षा में जुटे हैं। आने वाले कुछ दिन भारत की कूटनीतिक और मानवीय क्षमता की असली परीक्षा होंगे।

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