
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के ‘पहाड़ी’ वाले बयान पर Uttarakhand में उबाल, पढ़ें | Nation One
Uttarakhand : उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 21 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान ‘पहाड़ी’ लोगों पर टिप्पणी करके बवाल खड़ा कर दिया। इससे काफी विवाद पैदा हो गया। विधानसभा अध्यक्ष, रितु खंडूरी ने बीच में आकर सभी सदस्यों से ऐसी टिप्पणियों से बचने को कहा। लेकिन विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बहुत हंगामा किया। इसके बाद पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
उत्तराखंड BJP अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मंत्री अग्रवाल को बुलाया। उन्होंने अग्रवाल को सलाह दी कि वे सार्वजनिक बयानों में संयम बरतें। अग्रवाल के पास वित्त, शहरी विकास और संसदीय कार्य जैसे महत्वपूर्ण विभाग हैं। बाद में उन्होंने विधानसभा में माफ़ी मांग ली। लेकिन ये मामला अभी भी विवाद का विषय बना हुआ है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मामले को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने एकता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य में रहने वाला हर व्यक्ति ‘उत्तराखंडी’है। सभी को राज्य के विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए। फिर भी, यह मुद्दा अभी भी बना हुआ है। कांग्रेस और अन्य संगठन अग्रवाल का इस्तीफा मांग रहे हैं।
Uttarakhand : क्या बोला था मंत्री ने?
बीते महीने उत्तराखंड विधानसभा में सत्र चल रहा था इस दौरान किसी बात को लेकर सदन में गहमागहमी हो गई। इसी बीच मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पर्वतीय मूल की जनता के प्रति टिप्पणी कर दी। जिसके बाद सदन में ही जमकर हंगामा खड़ा हो गया। जिसकी गूंज सदन से बाहर निकलते ही पर्वतीय मूल के लोगों में नाराजगी फैल गई।
BJP के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने इस स्थिति पर ध्यान दिया है। उन्होंने उत्तराखंड में पार्टी के नेताओं को बोलने से पहले सोच-समझकर बोलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नेताओं को सावधानी से बोलना चाहिए। ताकि किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे।
इस घटना ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। देखना होगा कि आगे क्या होता है। जनता की नजरें अब सरकार और विपक्ष के अगले कदम पर हैं। इस मामले ने राज्य में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। लोगों में इसको लेकर काफी चर्चा हो रही है।
Also Read : Uttarakhand : लापरवाह कर्मचारियों की होगी अनिवार्य सेवानिवृत्ति, सीएम धामी के कड़े निर्देश | Nation One