9 महीने की गर्भवती डॉक्टर ने निभाया फर्ज, कर रही कोरोना मरीजों का इलाज | Nation One
हीरो आसमान से नहीं आते, बल्कि यहीं धरती पर हमारे बीच होते हैं। इस समय जब लोग कोरोना के कारण एक-दूसरे का साथ छोड़ रहे हैं, वहीं जालंधर की एक डॉक्टर जो कि 9 महीने की प्रेग्नेंट होने के बाद भी कोरोना मरीजों की सेवा में लगातार जुटी हुई हैं।
‘मैं प्रेग्नेंट हूं, बीमार नहीं’
ANI की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब चन्नप्रीत सिंह मेमोरियल चैरिटेबल अस्पताल में कोरोना मरीज़ों की देखभाल के लिए जिस डॉक्टर ने अपनी तरफ़ से योगदान दिया, वो हैं डॉक्टर ऋचा चतरथ। वह 9 महीने की गर्भवती हैं लेकिन उनके हौसले और सेवा में कोई कमी नही।
बता दें कि वह अस्पताल की नोडल अफसर हैं। उन्होंने कोविड मरीजों के लिए डॉक्टर व स्टाफ से तालमेल और दवाइयों से लेकर उनकी अन्य सभी जरूरतों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी ली है।
डॉ. ऋचा चतरथ का कहना है कि वह पिछले एक साल से अस्पताल में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट सेवाएं प्रदान कर रही हैं। कोरोना महामारी बढ़ने पर अस्पताल में लेवल-1 मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इसकी पिछले एक महीने से तैयारी की जा रही थी। हाल ही में सेंटर का शुभारंभ किया गया। जिसके बाद उन्हें इसका नोडल अफसर बनाया गया है।
‘कोरोना से डरना नहीं है, इसका सामना करना है’
अगले दो सप्ताह में उनकी डिलीवरी होने वाली है। उसके बाद वह घर से फोन पर स्टाफ व ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ तालमेल रखेंगी। उनका कहना है कि उन्हें पता है कि गर्भ के दौरान कोरोना से बचकर रहने की जरूरत है। इसलिए वह कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन कर रही है।
‘मिसाल हैं डॉक्टर ऋचा चतरथ’
सेंटर के चेयरमैन व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया ने ANI से बात करते हुए कहा कि डॉ. ऋचा बहुत मेहनती और हिम्मत वाली लड़की हैं। कोविड नियमों को देखते हुए उन्हें कोरोना पॉजिटिव मरीजों से दूर रखा गया है।
वह ऑफिस में बैठक कर नोडल अफसर की भूमिका अदा कर रही हैं। उनकी ड्यूटी संबंधित लोगों के साथ तालमेल कर सेंटर की व्यवस्था को बनाए रखना है।