70000 कुर्सियां लगाई थीं पर 700 लोग ही आए, केंद्र ने ‘सुरक्षा में चूक’ पर पंजाब सरकार से मांगी रिपोर्ट | Nation One
पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द होने के बाद भाजपा राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा ने कहा है कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के कारण उनकी रैली रद्द हुई है।
जबकि भाजपा द्वारा लगाए आरोपों को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने खारिज किया है और कहा है कि कार्यक्रम के लिए 70 हजार कुर्सियां लगाई गई थीं लेकिन 700 लोग ही आए थे।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इनकार किया कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध लगी है। पूरे मामले पर गृह मंत्रालय द्वारा पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगे जाने के बाद सीएम चन्नी की प्रतिक्रिया आई है।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई है, पीएम का बठिंडा से फिरोजपुर तक सड़क मार्ग से जाने का अंतिम समय पर लिया गया फैसला था।”
चन्नी ने कहा, “शुरुआत में उन्हें हवाई मार्ग से आना था, लेकिन बाद में प्लान बदल गया।” चन्नी ने कहा कि भाजपा राजनीतिक कारणों से पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही है।
सीएम चन्नी ने कहा, “पीएम की रैली के लिए 70,000 कुर्सियां लगाई गई थीं, लेकिन केवल 700 लोग ही आए।”
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, ”रैली रद्द होने का कारण ख़ाली कुर्सियां रहीं।
यकीन न हो तो, देख लीजिए। और हां, बेतुकी बयानबाज़ी नहीं, किसान विरोधी मानसिकता का सच स्वीकार कीजिए और आत्म मंथन कीजिए। पंजाब के लोगों ने रैली से दूरी बनाकर अहंकारी सत्ता को आईना दिखा दिया है।”
वहीं, पंजाब सरकार में मंत्री राज कुमार वेरका ने भाजपा के आरोपों पर कहा कि पंजाब नहीं पूरा देश जानता है कि किसान BJP के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा, ”किसान रास्ते में प्रदर्शन कर रहे थे जिसके कारण प्रधानमंत्री के काफिले को रुकना पड़ा, इसका मतलब ये नहीं है कि कांग्रेस ने कुछ किया है। कांग्रेसे पर जो इंल्जाम लग रहे हैं वो बेबुनियाद हैं।”
पीएम मोदी की फिरोजपुर रैली के रद्द होने के बाद गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक कर दिया था। पीएम 15 -20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।
इस बयान में आगे कहा, ”गृह मंत्रालय ने सुरक्षा में इस गंभीर चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।”