जेई भर्ती परीक्षा में 66 अभ्यर्थी जांच के घेरे में
रुड़की में ऊर्जा निगम और पिटकुल के लिए जेई भर्ती परीक्षा में एक ही कोचिंग सेंटर से चयन हुए 66 अभ्यर्थी जांच के घेरे में आ चुके हैं। अब हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने मामले की तह तक जाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि चयन हुए सभी अभ्यर्थियों से पूछताछ एडीएम करेंगे।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने ऊर्जा निगम और पिटकुल में जेई भर्ती की परीक्षा कराई थी। राज्यभर के 240 पदों में 66 पर रुड़की के जीनियस कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था। एक ही सेंटर से इतनी संख्या में अभ्यर्थियों के पास होने से सवाल खड़े हो गए। मामले की संदिग्धता को देखते हुए जांच के आदेश दिए गए। बुधवार को जिलाधिकारी दीपक रावत ने कोचिंग सेंटर पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। इस दौरान डीएम ने मौके पर मौजूद कोचिंग सेंटर संचालकों से पूछताछ भी की थी। लेकिन कोचिंग संचालक डीएम के सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए।
गुरुवार को डीएम ने बताया कि परीक्षा में पास हुए सेंटर के सभी 66 अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जाएगी। डीएम ने बताया कि सभी 66 अभ्यर्थियों के फोन नंबर जुटा लिए गए हैं। डीएम ने बताया कि इन सभी अभ्यर्थियों से पूछताछ का जिम्मा एडीएम प्रशासन भागवत किशोर मिश्रा को सौंपा गया है। डीएम दीपक रावत का कहना है कि कोचिंग सेंटर के संचालकों को लिखित बयान के लिए बुलाया गया है। प्रथमदृष्टया मामले में जो गड़बड़ी मिली उसकी रिपोर्ट बनाकर आयोग भेजी जा रही है। डीएम के छापे के दौरान कोचिंग सेंटर के संचालक सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को ब्योरा नहीं दे पाए। कोचिंग सेंटर संचालक छात्रों की फीस संबंधित दस्तावेज दिखाने भी असफल रहे। पता चला कि सारा लेनदेन नगद होता था।
दिनभर बंद रहा कोचिंग सेंटर
डीएम के छापे के बाद गुरुवार को ऊर्जा निगम जेई परीक्षा को लेकर विवादों में घिरे कोचिंग सेंटर बंद रहा। सुबह थोड़ी देर सेंटर के लिए खुला और उसके बाद यह पूरे दिन बंद रहा। जेई भर्ती परीक्षा को लेकर संदेह के घेरे में आने के बाद बुधवार को सेंटर पर छापेमारी की गई थी। छापे के दूसरे दिन कोचिंग सेंटर बंद रहा। आसपास के लोगों ने बताया कि सुबह कुछ देर के लिए सेंटर खुला था। लेकिन उन्होंने वहां बच्चों को आते हुए नहीं देखा। इसके बाद दिनभर सेंटर बंद रहा। इस सेंटर में करीब 80 बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं। कोचिंग सेंटर के विवादों में घिरने के बाद बच्चों को भी अपने भविष्य की चिंता सता रही है।