बागेश्वर में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस राज्य में 24 कॉलेज खोल तो दी लेकिन उनमें कोई व्यवस्था तक नहीं थी। विरासत में मिले सभी स्कूलों का अपना भवन होगा। कहा कि सरकार उच्च शिक्षा को पटरी पर लाने के हरसंभव प्रयास कर रही है।
डॉ. रावत ने कहा कि पिछली सरकार की गलत नीतियों के चलते डिग्री कॉलेजों की स्थिति शराब है। मुझे 28 कॉलेज विरासत में मिले। जो किराए पर चल रहे हैं। मुझे खुशी है कि हमने एक साल में 19 डिग्री कॉलेजों के लिए भूमि खोज ली है। इस साल पूरे 28 नए कॉलेजों को उनका भवन भी मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने कॉलेजों को प्राचार्य दे दिए हैं। इस साल किताबें भी मुफ्त में दी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शतप्रतिशत प्रोफेशर और प्राचार्य की नियुक्ति कर दी गई है। फर्नीचर की व्यवस्था हो गई है। लैब और अन्य उपकरण कॉलेजों को उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पिछली सरकार की गलत नीतियों को ढोने का काम कर रही है। अन्य स्कूल-कॉलेजों के लिए भी फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी। कोई भी छात्र-छात्राओं को चटाई पर बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।
जल्द खोला जाएगा सरकारी बैंक
बागेश्वर में जल्द सरकारी बैंक भी खोला जाएगा। बेरोजगारों को शहरों में ई-रिक्शा मिलेगा। उनसे प्रतिमाह दो रुपये किराया लिया जाएगा। आशा और आंगनबाड़ी में तैनात कार्यकर्ति्रयों को मोबाइल टैब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के 50 गरीब बच्चों को देहरादून में एनडीए और सीडीएस की कोचिंग कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।