हरिद्वार में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। डीएम दीपक रावत ने बताया कि हरिद्वार की जेल में 13 कैदी एचआईवी पॉजीटिव पाए गए हैं। इन सभी कैदियों को ड्रग्स लेने की आदत थी। देहरादून में नार्को यूनिट के माध्यम से उनका इलाज किया जा रहा है और उनकी देखभाल भी की जा रही है। वहीं, दो कैदियों के लिए दिल्ली से दवाई मंगवाई जा रही है।
जेल में कैदियों में एचआईवी पॉजीटिव की खबर के बाद जेल प्रशासन सतर्क हो गया है और वायरस रोकने को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं। जेल अधिकारियों के मुताबिक, एक परामर्श दल पर्याप्त दवाओं के साथ कैदियों का इलाज करने और वायरस को रोकने के लिए पूरी कोशिश में जुटा है।
कोई संक्रामक रोग नहीं एचआईवी
अधिकारी ने साथ में यह भी बताया कि संक्रमित कैदियों को अलग नहीं किया जा सकता है क्योंकि एचआईवी कोई संक्रामक रोग नहीं है। दीपक शर्मा ने कहा कि समय-समय पर हम जांच करवाते हैं और इस बार 13 कैदी पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एचआईवी पॉजीटिव कैदियों का नाम उजागर नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि छुआछुत की बीमारी नहीं है और हमें इस धारणा को बदलना होगा।
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार
देहरादून में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिर को डालनवाला पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, जनवरी महीने में रुड़की के सिविल लाइंस निवासी दिलीप कुमार ने तहरीर देकर बताया था कि पुरुषोत्तम बड़वाल पुत्र मथुरा प्रसाद निवासी ग्राम नौरथ पीपलकोटी गोपेश्वर चमोली ने नौकरी दिलाने के नाम पर उससे एक लाख साठ हजार रुपये हड़प लिए हैं।
मामले में पुलिस ने पुरुषोत्तम के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था। आरोपी तभी से फरार चल रहा था। शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।