महाराष्ट्र के किसान एक बार फिर उग्र हो गए हैं और अपनी मांगों को लेकर 2 दिवसीय प्रदर्शन कर रहे हैं और इसी सिलसिले में एकजुट हुए किसान आज गुरुवार सबुह 11 बजे के करीब मुंबई के आजाद मैदान पहुंच गए हैं।
बता दे की किसान और आदिवासी लोक संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों किसान अपनी मंगो को लकेर प्रदर्शन करते हुए सुबह 4:30 बजे चूनाभट्टी के सोमैया मैदान से मुंबई के आजाद मैदान के लिए रवाना हुए। लोक संघर्ष मोर्चा की अगुवाई में किसान पहले दादर पहुंचे और फिर आजाद मैदान पहुंचे.
इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी और विपक्ष के नेता आर विखे पाटिल आजाद मैदान पहुंच चुके हैं। वहीं मंत्री गिरीश महाजन भी वहां पहुंचे। दूसरी ओरराज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन अभी तक कोई बात नहीं हो सकी है।
वही आपको बता दे की पहले भी 25 हजार किसानो ने इसी साल मार्च में ऐसा ही बड़ा प्रदर्शन किया हुआ था…
वही प्रदर्शन कर रहे मोर्चा में पुरुष और महिलाओं के अलावा बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आजाद मैदान की ओर बढ़ रहे हैं. सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल को मोर्चे के साथ तैनात किया गया है। पुलिस के अधिकारी खुद भी मौजूद हैं।
किसान नेता और लोकसंघर्ष मोर्चा संचालक प्रतिभा शिंदे ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगें पूरी नहीं कि तो हम धरना-प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ी तो जेल भरो आंदोलन भी करेंगे। यह किसान महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों से आए हैं। इनमें आदिवासी किसान भी हैं जो सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि जंगल की जमीन जहां पर पिछले कई सालों से किसान खेती कर रहे हैं उनके नाम किया जाए।
मुख्य रूप से लोड शेडिंग की समस्या, वनाधिकार कानून लागू करने, सूखे से राहत, न्यूनतन समर्थन मूल्य, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने जैसी मांगों के साथ ये किसान फिर से सड़क पर उतरे हैं। किसानों की शिकायत है कि पिछले प्रदर्शन को करीब 6 महीने हो गए हैं, जिनमें किसानों से किये गये वादे अभी तक पूरे नही किये है।
फिलहाल महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है और अब देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र सरकार इन किसानों के लिए क्या कुछ करती है या फिर से इन्हें आश्वासन देकर अपने घर वापस भेजती है। आज दिनभर ये आंदोलनकारी किसान मुंबई के आजाद मैदान में बैठ कर आंदोलन करेंगे।