पूर्व केन्द्रीय मंञी तथा सांसद हुक्देव नारायण यादव ने किया बयान जारी
पूर्व केन्द्रीय मंञी तथा सांसद हुक्देव नारायण यादव ने बयान जारी कर विश्व के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डां स्वामीनाथन जी को देश के करोड़ों किसानों की और से धन्यवाद दिया …
उन्होने पराली जलाने के सवाल पर किसानों की कठिनाई की और ध्यान देने के लिए लोगों को कहा… इस विषय पर 5.11.2019 को दैनिक पंजाब केसरी ने सम्पादकीय लिखा है .. अनियोजित और अन्धाधुंध के विकास को किया गया … वहीं सस्ती राजनीति और वोट वैंक के लिए भू माफियाओं से सांठगाठ कर अवैध निर्माण किया गया … आबादी बढती गआ परन्तु उसके हिशाब से जन सुविधाओं तथा अन्य मूलभूत बुनियादों ढांचा का निर्माण नहीं किया गया … स़ड.क उतनी ही चोड़ी रही परन्तु गाडियों की संख्या बढती गई … पार्किग की जगह नहीं रही … पेड़ो को काटा गया.. यादव ने कहा कि 1977 में लोकसभा में आये थे …उस समय दिल्ली में जितने पेड़ थे उसके एक तिहाई पेड़ भी नहीं बचे हैं…
वैज्ञानिक विकास के कारण प्लासिटक का खतरा बढता गया ..उसको जलाया जाने लगा जिससे कि उससे जहर निकलता रहा …उन्होने कहा कि दिल्ली के निबंधन को क्यो रोका नहीं गया, इसलिए की सुविधाभोगी लोग नाराज ना हो जाए और दिल्ली में बढते प्रदूषण के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराया …जबकि पराली पहले से जलते आयी है… वहीं उन्होने कहा कि वाहन निर्माण कम्निपयों के वाहन के बिक्री को उनका व्यापार चलता रहे उसके लिए डीजल गाड़ियों को 10 वर्षों के बाद अवैध घोषित किया जा रहा है… क्या वाहन निर्माता कम्पनियों ने उसका जीवन काल दस साल निर्धारित कर ऱखा है… नये नये मांडल के विलासी कार खरीदने वालों के सुख सुविधा पर ज्यादा ख्याल रखा जाता है.
राजनीति नौकरशाही व्यापार के सांठगाठ के कारण दीर्धकालीन गलत नीतियो के कारण |
-पुनीत गोस्वामी ( स्थानीय संपादक )
नई दिल्ली