बाघ ने चार साल के मासूम पर किया हमला, इस तरह मां-पिता ने बचाई जान
कोटद्वार: सच हो कहा गया है “जाखो रखे साईया मार सके न कोई”। कुछ ऐसा ही हुआ एक चार साल के मासूम के साथ। जहां बाघ ने मासूम पर झपटा मार दिया लेकिन उसके मां-पिता ने अपने बच्चे को बाघ का निवाला बनने से बचा लिया।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे यूपी के…
मामला कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे यूपी के बिजनौर जिले के कादरगंज गांव का है। जहां बाघ ने चार साल के एक मासूम को झपटा मार दिया, जिससे बच्चे के कान पर जख्म हो गया। इस दौरान बच्चे के माता-पिता ने शोर मचा दिया, जिससे बाघ जंगल में भाग गया। परिजन बच्चे को लेकर कोटद्वार के राजकीय बेस अस्पताल पहुंचे। जहां बच्चे के कान पर जख्म होने के कारण डाक्टरों ने उसे भर्ती कर दिया है।
टार्च की रोशनी से भगा बाघ…
यह घटना उस वक्त हुई, जब शाम को बच्चा अपने माता-पिता के साथ पैदल बीच में गोशाला से घर की ओर जा रहा था। घायल बच्चे के पिता विनोद सिंह नेगी ने बताया कि बीती शाम करीब छह बजे वह और उनकी पत्नी घर के पास गोशाला में गाय के लिए चारा डालकर लौट रहे थे। उनके बीच में चार साल का बेटा रौनक चल रहा था। वह आगे थे। घात लगाकर बैठे बाघ ने अचानक बच्चे पर झपटा मार दिया। बच्चे के चिल्लाने पर उसकी तरफ टार्च चमकाई तो बच्चा जमीन पर गिरा हुआ था। उसके पास से बाघ को जाते देखकर उन्होंने शोर मचा दिया। टार्च की रोशनी से बाघ जंगल की ओर भाग गया। आनन-फानन में मां-पिता ने बच्चे को राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसकी स्थिति को सामान्य बताया। वहीं इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है।
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