टिहरी में राजशाही का अंत करने के लिए राजनीतिक अखाड़े में कूदे गोपाल मणि
टिहरी: लोेकसभा चुनाव के मद्देनजर जहां सभी पार्टियां चुनावी-प्रचार में जुटे हुए हैं तो वही इसी के साथ टिहरी लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी गोपाल मणि भी अब जीत का परंचम लहराने के लिए चुनावी प्रचार-प्रसार में पूरी तरह से डट गए हैं। इसी के लिए वह अब जगह-जगह जाकर जनसभा को संबोधित करके जनता से वोट की अपील भी कर रहे हैं। इस दौरान गोपाल मणि बीजेपी पर तंज कसने में भी बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होने श्रीदेव सुमन का उदाहरण देते हुए कहा कि श्रीदेव सुमन चाहते थे कि टिहरी में राजशाही का अंत हो, प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए राजशाही सत्ता से लड़ा था टिहरी का सपूत”।
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राजशाही सत्ता से संघर्ष करने वाले टिहरी के लाल श्रीदेव सुमन जी की प्रतिमा के साथ गौ-गंगा, पहाड़ और हिमालय हेतु संघर्ष करने वाले गोपाल मणि जी की मुद्रा एक सी प्रतीत हुई। टिहरी में राजशाही का अंत करने के लिए जाने-माने गौ कथावाचक गोपाल मणि ने अब श्री सुमन की राह पकड़ी है। इस बार बड़े तर्ज पर जीत हासिल करके गोपाल मणि टिहरी से राजशाही का अंत करेंगे।